Jamshedpur News :
जमशेदपुर की जनता का अगर सहयोग मिलेगा, उनके व्यवहार में थोड़ा परिवर्तन हुआ, तो इस शहर को देश का नंबर वन शहर बनने से कोई रोक नहीं सकता है. टाटा स्टील यूआइएसएल और राज्य सरकार संसाधनों को दुरुस्त करने का निरंतर प्रयास कर रही है. उक्त बातें टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) के प्रबंध निदेशक रितुराज सिन्हा ने कही. श्री सिन्हा शुक्रवार को यूनाइटेड क्लब में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पानी, बिजली, सड़क, साफ-सफाई समेत तमाम नागरिक सुविधाओं पर अपनी बातें रखीं.जमशेदपुर के हर इलाके में पानी देगा टाटा स्टील यूआइएसएल
एमडी ने बताया कि जमशेदपुर पूर्वी में 5400 पानी के नये कनेक्शन दिये जायेंगे. इसके लिए 4 हजार फॉर्म दिया जा चुका है, इसमें से 1500 फॉर्म वापस आये हैं और 1000 लोगों ने पैसे जमा करा दिये हैं, जिनमें से 975 लोगों को नया कनेक्शन दे दिया गया है. गोलमुरी 10 नंबर बस्ती, महानंद बस्ती, पंजाबी रिफ्यूजी कॉलोनी, नंदनगर और जोजोबेड़ा बस्ती में पानी की आपूर्ति करने के लिए नेटवर्क तैयार किया जा चुका है. वर्तमान में जमशेदपुर के 91 फीसदी हिस्से में पानी की आपूर्ति हो रही है. 95 हजार मकानों को पानी दिया जा रहा है. जमशेदपुर पश्चिम में जहां से भी पानी का डिमांड आयेगा, वहां पानी देने को लेकर हम तैयार हैं. पूरे जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र में पानी पाइप के जरिये पहुंचे, यह कंपनी सुनिश्चित करा रही है.
मोहरदा जलापूर्ति : फेज-2 के जरिये बिरसानगर में 1500 नये कनेक्शन दिये जायेंगे
बिरसानगर के मोहरदा जलापूर्ति योजना के बारे में टाटा स्टील यूआइएसएल के एमडी ने बताया कि मोहरदा जलापूर्ति योजना सरकार के साथ मिलकर चलायी जा रही है. वहां फेज-2 का काम शुरू हो गया है. इसमें 1500 नये कनेक्शन दिये जायेंगे. 1500 मीटर नया पाइप लाइन बिछाया जा चुका है. पानी की क्वालिटी की जहां तक बात है, तो उसका इंटक वेल और नदी के बीच में होना था, लेकिन किनारे पर बनाया गया है, जिस कारण कभी-कभी पानी की क्वालिटी बेहतर नहीं हो पाती है. लेकिन ट्रीटमेंट होता है. मोहरदा में 24 एमएलडी क्षमता का विस्तार हो रहा है. इसका काम चल रहा है. इसके बाद फेज-3 का काम होगा, जिसके जरिये नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाने की योजना है, जिस पर जल्द सरकार के स्तर पर फैसला लिया जायेगा.बारीडीह बस्ती और बिरसानगर में भी मिलेगी टाटा की बिजली
बिजली की खपत ज्यादा, 25 फीसदी तक की हो रही लोड की बढ़ोतरी, संसाधन बढ़ेंगे
रितुराज सिन्हा ने बताया कि बिजली की खपत काफी बढ़ी है. सामान्यत: एक ट्रांसफॉर्मर या सबस्टेशन पर 5 से 6 फीसदी तक का लोड बढ़ता था, लेकिन यह 25 फीसदी तक लोड बढ़ रहा है. उसके अनुरूप इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया गया है. कई नये एरिया में डिमांड के अनुरुप बिजली दी जायेगी. लेकिन कई जगह बिजली को पहुंचाने में दिक्कतें हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि बिजली की आपूर्ति को दुरुस्त करें. जेबीवीएनएल की बिजली की तारीफ करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि हाल ही में पूर्वी क्षेत्र के 17 हजार नये लोगों को बिजली का कनेक्शन दिया गया है. बताया कि 5 से 7 साल में नये सबस्टेशन बनेंगे और क्षमता का विस्तार 45 मेगावाट से 65 मेगावाट किया जायेगा, ताकि पावर का डिमांड नंदनगर, मोहरदा, बागुनहातू, बागुननगर, टुइलाडुंगरी, बारीडीह बस्ती-1 व बारीडीह बस्ती-2 के अलावा बिरसानगर में भी दिया जा सके. उन्होंने बताया कि साकची पावर सब स्टेशन की क्षमता का विस्तार हो रहा है. यहां से 9 हजार नये कनेक्शन दिये गये हैं. यहां के सबस्टेशन की क्षमता को 15 मेगावाट से बढ़ाकर 35 मेगावाट किया जा रहा है, ताकि 5 से 7 साल में बढ़ने वाले लोड से निबटा जा सके. उन्होंने बताया कि 14 नये ट्रांसफाॅर्मर से सोनारी, रानीकूदर, बिष्टुपुर, धातकीडीह, एग्रिको, नामदा बस्ती, टुइलाडुंगरी, गोलमुरी में बिजली की आपूर्ति दुरुस्त की जायेगी. बस्ती क्षेत्र में भी बिजली की आपूर्ति की जायेगी. 3600 नये कंज्यूमर को बिजली दी जायेगा. इसके तहत बर्मामाइंस के ओड़िया कोयलाटाल, बिनोवा भावे, सिदो कान्हू 1 व 2, दास बस्ती, भक्तिनगर, हरिजन बस्ती, नामदा बस्ती में 800 नये घर, एग्रिको व भुइयांडीह के हरिजन बस्ती, भुइयांडीह ब्राह्मण टोला, छायानगर, निर्मलनगर, ह्यूमपाइप, ओल्ड सीतारामडेरा में 850 नये मकान, बारीडीह के बागुननगर, बागुनहातू, अर्जुन बगान, सूर्या बगान, नवजीवन आश्रम के 1400 नये मकान, सोनारी के मरारपाड़ा, धातकीडीह रेडियो मैदान, प्रभात नगर, बलदेव बस्ती के 500 नये घर में कनेक्शन दिये जायेंगे. वर्तमान में जुलाई तक में एक हजार नये घरों में बिजली का कनेक्शन दिया गया है. एमडी ने बताया कि 4500 नये बिजली के कनेक्शन वित्तीय वर्ष 2027 से 2031 के बीच में दिया जाना है, जिसके जरिये नये घरों में बिजली की आपूर्ति की जायेगी.शहर में रूफटॉप सोलर को मिला बढ़ावा
एमडी ने बताया कि शहर में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. पीएम योजना का लाभ भी लोगों को दिया जा रहा है. इसके तहत जमशेदपुर में 122 और सरायकेला-खरसावां में 45 लोगों ने योजना का लाभ लिया है. इससे 26.1 मेगावाट पीक बिजली का उत्पादन हो रहा है. कुल 18 स्कूलों में भी रुफटॉप सोलर लगाया गया है.बारिश खत्म होते ही फेजवाइज सारी सड़कें नये सिरे से बनेंगी
एमडी ने बताया कि बारिश खत्म होते ही फेजवाइज सारी सड़कों को दुरुस्त किया जायेगा. वर्तमान में करीब 94,120 वर्ग मीटर सड़कों का चौड़ीकरण किया गया है. सेफ रोड रहे, इसके लिए भी कोशिश हुई है. पार्किंग एरिया को भी विकसित किया जा रहा है. इस बार अप्रत्याशित बारिश हुई है. पूरे साल में जहां 1200 मिलीमीटर बारिश होती है, वहीं इस बार 2200 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. इससे सड़कें खराब हो रही हैं. गड्ढे भरे जा रहे हैं. लेकिन वह भी बारिश के कारण टिक नहीं रहे हैं. यह विशेष परिस्थिति है. बारिश खत्म होते ही प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को नये सिरे से बनाया जायेगा.बेगुनाडीह में कचरा डंपिंग शुरू होगी, बारा क्षेत्र के डंपिंग यार्ड में होगा बायोमाइनिंग, सोनारी का सेंटर बंद होगा
रितुराज सिन्हा ने बताया कि कचरा को लेकर रिसाइक्लिंग पर काफी काम हो रहा है. इस कारण ही जमशेदपुर तीसरे नंबर पर आया है. खाने के कचरे से 2 से 3 टन प्रतिदिन बायोगैस बनाया जा रहा है. करीब 25 कम्युनिटी में बायोगैस प्लांट लग चुका है. 25 होटल व संस्थानों में यह व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. बेगुनाडीह (पोटका) के पास कचरा डंपिंग साइट को तैयार किया गया है. वहां डंपिंग और रिसाइक्लिंग दोनों होगा. बारा के पास बायोमाइनिंग हो रही है और पूरे एरिया को बंद कर उस जमीन को विकसित किया गया है. उन्होंने बताया कि सोनारी दोमुहानी के कचरा डंपिंग एरिया में नया कचरा डालना बंद हो गया है और उसको आहिस्ता-आहिस्ता बंद कर वहां का भी विकास किया जायेगा.घरों से कचरा अलग-अलग करके दें, अपना व्यवहार बदलें, शहर को नंबर वन बनायें : एमडी
एमडी रितुराज सिन्हा ने लोगों से अपील की है कि कचरा का प्रबंधन सबसे बड़ा काम है. घरों से कचरा अलग-अलग कर देना चाहिए. अपना व्यवहार लोग बदलें. संसाधनों को हम लोग दुरुस्त कर रहे हैं. शहर को नंबर वन शहरवासी बनायेंगे. कार से चलते हुए कचरा ना फेकें. कचरा को डस्टबिन में ही डालें. घरों में कचरा को गीला और सूखा को अलग-अलग रखेंगे, तो निश्चित तौर पर कचरा का बेहतर प्रबंधन होगा और रैंकिंग में यह शहर नंबर वन हो जायेगा. सेप्टिक क्लीनिंग की सुविधा शुरू होगी.दो एरिया में स्काइवाक बनाने की चल रही प्रक्रिया
एक सवाल के जवाब में एमडी रितुराज सिन्हा ने बताया कि साकची के एल टाउन गेट से बाहर निकलने के लिए दो स्काइवाक बनाने की योजना है. एक पर काम चल रहा है, एक और बनेगा.
केबुल कंपनी क्षेत्र में पानी और बिजली देने को हम तैयार, कानूनी अड़चन दूर हों
एमडी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि केबुल कंपनी एरिया में पानी और बिजली की डिमांड है. वहां कानूनी अड़चन है. कोर्ट में मामला लंबित है. कोर्ट का आदेश होगा, तो वहां पानी और बिजली देंगे. कंपनी पूरी तरह इसके लिए तैयार है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

