जमशेदपुरः कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत व संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में पढ़नेवाले छात्र-छात्रओं को देश की बड़ी कंपनियों में नौकरी मिल सकती है. इन कंपनियों में टाटा स्टील भी शामिल है. इसके लिए केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को दक्ष बनाया जायेगा.
यह अवसर साइंस, ह्यूमिनिटीज एवं सोशल साइंस के विद्यार्थियों को मिलेगा. इसमें कॉरपोरेट घरानों की भी भूमिका होगी. कार्यक्रम के तहत चयनित कॉलेजों के प्रतिभावान छात्र-छात्रओं को कंपनियां अपनी आवश्यकता के अनुसार तैयार करेंगी. गत दिनों केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री द्वारा बुलायी गयी कुलपतियों की बैठक में इस पर मुहर लगा दी गयी है. बैठक नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में हुई. इसमें कोल्हान विश्वविद्यालय और रांची विश्वविद्यालय के अलावा नार्थ-ईस्ट के सात विश्वविद्यालयों के कुलपति, विभागीय सचिव एवं समेत विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
केयू ने छह, आरयू ने दो कॉलेजों का दिया प्रस्तावत्नबैठक में कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ सलिल कुमार रॉय ने प्रस्ताव के तौर पर शहर के छह कॉलेजों के नामों की सूची सौंपी है, जबकि रांची विश्वविद्यालय द्वारा दो नाम दिये गये हैं. मंत्रलय की टीम जल्द ही कॉलेजों का दौरा कर निरीक्षण करेगी. इस क्रम में टीम कौशल विकास कार्यक्रम संचालन के लिए मूलत: कंप्यूटर लैब और उसकी क्षमता का जायजा लेगी. उसके बाद अंतत: शहर के चार कॉलेजों का चयन किया जायेगा.
निरीक्षण के बाद शुरू होगा कार्यक्रम : कुलपतित्नकुलपति डॉ सलिल कुमार रॉय ने बताया कि टीम द्वारा निरीक्षण करने के बाद यहां के कॉलेजों में यह कार्यक्रम आरंभ होगा. चूंकि प्रस्तावित छह में से चार कॉलेजों में ही कौशल विकास कार्यक्रम चलाया जाना है. अत: यह निरीक्षण के बाद अगले जुलाई से अगस्त के बीच शुरू होगा. इसमें कंपनियां विद्यार्थियों को ब्वायलर इंजीनियर, ब्रिक्स तकनीशियन समेत अपनी अलग-अलग आवश्यकता के अनुसार तैयार करेंगी. यहां स्थानीय विद्यार्थियों को कुशल बनाने के लिए टाटा इंस्टीटय़ूट ऑफ सोशल साइंस व अन्य प्रतिष्ठानों के साथ करार करने की योजना है.