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धनबाद के सीनियर मैनेजर शहर के ब्रांच से लौटते समय हुए लापता
बैंक ऑफ बड़ौदा. तीन दिन के लिए अाये थे अनिल भगत, 17 को लौटना था धनबाद परिवारवाले परेशान जमशेदपुर. बैंक ऑफ बड़ौदा की धनबाद मुख्य शाखा में पदस्थापित सीनियर मैनेजर अनिल भगत (32 साल) करीब चार दिनों से रहस्यमय तरीके से लापता हैं. बैंक के क्षेत्रीय हेड एसिस्टेंट जेनरल मैनेजर नंद दुलाल जेना ने धनबाद […]
बैंक ऑफ बड़ौदा. तीन दिन के लिए अाये थे अनिल भगत, 17 को लौटना था धनबाद
परिवारवाले परेशान
जमशेदपुर. बैंक ऑफ बड़ौदा की धनबाद मुख्य शाखा में पदस्थापित सीनियर मैनेजर अनिल भगत (32 साल) करीब चार दिनों से रहस्यमय तरीके से लापता हैं. बैंक के क्षेत्रीय हेड एसिस्टेंट जेनरल मैनेजर नंद दुलाल जेना ने धनबाद तथा जमशेदपुर पुलिस को उनके लापता होने की सूचना दी है. परिवारवाले भी जमशेदपुर आकर उनकी तलाश कर रहे हैं, लेकिन उनके संबंध में कोई सूचना नहीं मिल पायी है. पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है.
बैंक की धनबाद मुख्य शाखा में पदस्थापित सीनियर मैनेजर अनिल भगत इससे पूर्व जमशेदपुर में पदस्थापित थे तथा विगत 15 फरवरी को लोन सेक्शन में काम करने के लिए जमशेदपुर बुलाये गये थे. यहां दो दिन काम करने के बाद विगत 17 फरवरी की शाम जमशेदपुर से वापस धनबाद जाने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से निकले, लेकिन इसके बाद वे घर नहीं पहुंचे. उधर 17 की रात तक उनके घर नहीं पहुंचने पर लोगों ने 18 फरवरी को जमशेदपुर फोन कर पता करने की कोशिश की, लेकिन अनिल के दोनों मोबाइल नंबर बंद मिले. इसके बाद परिजनों ने तत्काल जमशेदपुर में बैंक के रीजनल हेड एजीएम नंद दुलाल जेना से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने भी अनभिज्ञता जतायी. इसके बाद धनबाद और जमशेदपुर पुलिस को इस संबंध में सूचना दी गयी. अनिल की तलाश में जमशेदपुर पहुंचे उनके बड़े भाई बैजनाथ भगत ने बताया कि अनिल की अंतिम बार 17 फरवरी को अपराह्न तीन बजे मां से बात हुई थी. बैजनाथ ने बताया कि भाई जमशेदपुर से घर के लिए निकला था, लेकिन वहां पहुंचा नहीं, उससे बात भी नहीं हो पा रही है. उसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं, कहां गया, कुछ मालूम नहीं चल पा रहा है.
लापता हुए 17 को, 20 को मां के एकाउंट से निकले 10 हजार
अनिल भगत के बड़े भाई बैजनाथ भगत ने बताया कि भाई 17 फरवरी से ही लापता है, लेकिन 20 फरवरी को उनकी मां के एकाउंट से दस हजार रुपये निकाले गये हैं. उन्होंने बताया कि उनकी मां का एकाउंट बैंक ऑफ इंडिया में है और उसी में उनके पेंशन का पैसा आता है. अनिल के पास ही मां का एटीएम कार्ड भी रहता था. अब पुलिस यह पता लगा रही है कि बैंक के एकाउंट से दस हजार रुपये की निकासी कहां से और किसने की है. वहां के सीसीटीवी फुटेज का भी पता लगाया जा रहा है.
हम लोग खुद परेशान हैं. अनिल अच्छे व्यक्ति हैं. न जाने वह कहां चला गया है. हम सारे लोग परेशान हैं. कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है. पुलिस को जानकारी दी गयी है. हमलोग परिवार के साथ खड़े हैं.
नंद दुलाल जेना, एजीएम, रीजनल हेड, बीओबी
15 फरवरी को बैंक के काम से जमशेदपुर बिष्टुपुर के ब्रांच में गये हुए थे. 17 फरवरी को आखिरी बार उनसे फोन पर बात हुई थी. उसके बाद से ही उनका फोन स्विच अॉफ आ रहा है.
बृज किशोर यादव, मुख्य प्रबंधक, बीओबी, धनबाद
अनिल ने काम सही तरीके से किया था उसके बाद घर जाने की बात कहकर निकले थे. धनबाद में ही बात हुई थी, लिहाजा हम लोग भी चिंतित हैं. आखिर वह कहां गया है, यह मालूम नहीं चल रहा है.
विजय कुमार, अनिल भगत के साथी
एक साल पहले हुआ था टाटा से धनबाद ट्रांसफर
अनिल भगत पहले बैंक ऑफ बड़ौदा, जमशेदपुर में ही पदस्थापित थे. करीब एक साल पहले उनका बैंक की धनबाद मुख्य शाखा में स्थानांतरण हो गया था. वे ऑफिशियल कामसे तीन दिन के लिए जमशेदपुर आये थे. अनिल धनबाद में धैया रानी तालाब के पास पत्नी, मां तथा भाइयों के साथ रहते हैं. जनवरी 2016 में उनका विवाह हुआ था.
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