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टाटा स्टील : कंपनी के अंदर ठेका कर्मियों की मौत पर एमडी ने जतायी चिंता, दिये निर्देश सेफ्टी का सख्ती से पालन सुनिश्चित करायें

जमशेदपुर: टाटा स्टील वर्ल्ड क्लास की कंपनी है. कंपनी में दुर्घटनाएं रोकने के लिए गंभीर होने की जरूरत है. कंपनी के ट्यूब डिवीजन में हुई दुर्घटना चिंताजनक है. पांच महीने में हुई पांच दुर्घटनाओं में ठेका कर्मचारी ही शामिल हैं. इस कारण ठेका कंपनी संचालकों की जिम्मेदारी है कि सेफ्टी का सख्ती से पालन करायें. […]

जमशेदपुर: टाटा स्टील वर्ल्ड क्लास की कंपनी है. कंपनी में दुर्घटनाएं रोकने के लिए गंभीर होने की जरूरत है. कंपनी के ट्यूब डिवीजन में हुई दुर्घटना चिंताजनक है. पांच महीने में हुई पांच दुर्घटनाओं में ठेका कर्मचारी ही शामिल हैं. इस कारण ठेका कंपनी संचालकों की जिम्मेदारी है कि सेफ्टी का सख्ती से पालन करायें. यह बातें टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहीं. वे बुधवार को एमडी ऑनलाइन में कर्मचारियों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
श्री नरेंद्रन ने कहा कि दुर्घटनाएं किस तरह कम हो इसके लिए मिल कर सोचना होगा. पिछले करीब 19 महीने में कोई दुर्घटनाएं नहीं हुई हैं. इससे यह नहीं समइाा जा सकता है कि हम सेफ्टी में शून्य प्रतिशत दुर्घटना के लक्ष्य को पूरा कर लिया. हमें सेफ्टी को लेकर हमेशा गंभीर रहने की जरूरत है. उन्होंने झरिया और ट्यूब डिवीजन में हुई दुर्घटनाओं पर कहा कि ज्यादातर दुर्घटनाएं ठेका कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के साथ हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सेफ्टी में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो. उन्होंने कहा कि कंपनी में लॉस टाइम इंज्यूरी की संख्या बढ रही हैं. पिछले वर्ष स्थायी कर्मचारियों की एलटीई 35 और ठेका कर्मचारियों की 20 थी जो बढ़ कर 40 व 25 हो गयी है.
कंपनी में बनायें उत्साह का माहौल : टाटा स्टील कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट शेयर्ड सविसेज सुरेश कुमार ने कहा कि कर्मचारियों को आपस मेें मिल कर रहने और उत्साह का माहौल बनाए रखने की जरूरत है. यदि कोई भी कर्मचारी कुछ कहें तो उसे समझें और ध्यान से सुने.
कंपनी को मिल रहे ऑर्डर
श्री नरेंद्रन ने कहा कि कंपनी को बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं. मारुति से प्रत्येक महीने 48 हजार टन स्टील का ऑडर मिला है. उन्होंने बताया कि मर्सिडीज बेंज, हीरो मोटोकार्प, सिक्किम पॉली के अलावा औरंगाबाद स्मार्ट सिटी व मौर्या उद्योग से बडे आर्डर मिले हैं.
कंपनी कर्मचारी पुत्रियों को भी मिले नौकरी
टाटा स्टील कंपनी के एक कर्मचारी ने कहा कि कंपनी के कर्मचारी जिनकी पुत्रियों ने एमबीबीएस, इंजीनियरिंग या एमबीए की पढाई की है. उन्होंने महिला सशक्तीकरण के तहत नौकरी में मिलनी चाहिए. टाटा स्टील कंपनी के एमडी ने कहा कि नियोजन की एक प्रक्रिया है. इस तरह के उम्मीदवारों को प्राथमिकता रहती है. एक कर्मचारी ने कहा कि ग्रेड रिवीजन छ: वर्षों के लिए हुआ है. अवधि एक जनवरी, 2018 से लंबित होगा. उसे एक जनवरी, 2017 से ही प्रभावित किया जाए. एमडी ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया नहीं हो सकती है.

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