जमशेदपुर: मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव ने शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा है जिसमें प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों को जूनियर क्लास के बच्चों को पढ़ाने का आदेश दिया गया है. स्कूल संचालन में होने वाले तमाम कार्यो में भी प्लस टू के शिक्षकों को भी दूसरे शिक्षकों के साथ सहयोग करने को कहा गया है.
क्या है मामला: जिले में एक ही छत के नीचे हाइ स्कूल और प्लस टू की पढ़ाई होती है. हाइ स्कूल में शिक्षकों काफी कमी कमी है, वहीं प्लस टू स्कूलों में छात्र के अनुपात में शिक्षक ज्यादा हैं. बावजूद इसके प्लस टू के शिक्षक जूनियर क्लास के बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं.इसे लेकर मानव संसाधन विकास विभाग में प्लस टू के शिक्षकों की शिकायत की गयी थी. इसी के आलोक में विभाग के सचिव ने शिक्षा विभाग को पत्र भेजा है. आदेश का उल्लंघन किया तो.. प्लस टू स्कूलों के शिक्षक अगर आठवीं, नौवीं या दसवीं के बच्चे को नहीं पढ़ाते हैं तो इसे सरकार के आदेश का उल्लंघन माना जायेगा. दोषी शिक्षकों पर 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र गठित कर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. इंक्रीमेंट काटने से लेकर सस्पेंड तक का प्रावधान तय किया गया है.
शिक्षकों के असहयोग रवैये को लेकर की गयी है शिकायत
नव उत्क्रमित मारवाड़ी प्लस टू हाइ स्कूल घाटशिला में प्लस टू के कुछ शिक्षकों की शिकायत जिला शिक्षा विभाग में स्कूल की प्रिंसिपल शकुंतला कुमारी ने एक पत्र के की है. पत्र में कहा है कि प्लस टू के शिक्षक जूनियर क्लास के बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं. शिकायत करने के बाद शिक्षकों ने पढ़ाना शुरू किया था, लेकिन स्कूल संचालन में हमेशा असहयोग पूर्ण रवैया अपनाते हैं. मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तैयारी से प्लस टू के शिक्षकों ने हाथ खड़ा कर दिया है, जबकि वे भी इसी स्कूल के अभिन्न अंग हैं.
इन स्कूलों में होती है +2 की पढ़ाई
बीपीएम+2 उवि, बर्मामाइंस,नव उत्क्रमित आदिवासी +2एसएस प्लस टू उवि, पटमदा, प्लस टू हाइस्कूल, बांगुड़दा,नरसिंहगढ़ +2 उवि, धालभूमगढ़, नव उत्क्रमित+2 शिव लाल उवि, मुसाबनी,अष्टकोषी प्लस टू हाइ स्कूल भालुकपतड़ा, डुमरिया,नव उत्क्रमित बहरागोड़ा प्लस टू हाइस्कूल, बहरागोड़ा,प्लस टू हाइस्कूल विद्या निकेतन, हल्दीपोखर,नव उत्क्रमित मारवाड़ी प्लस टू हाइस्कूल, घाटशिला