इस मौके पर ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के जमशेदपुर हेड और इ ग्रेड के साइंटिस्ट एसडी सेलवन ने अपना उदघाटन भाषण दिया और बताया कि क्यों इस कार्यक्रम को मनाया जाता है. इस दौरान उन्होंने बताया कि 375 प्रोडक्ट का लाइसेंस और 250 का हालमार्क लाइसेंस दिया जाता है. जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, गिरीडीह और रांची में हर तरह के बीआइएस के सर्टिफिकेशन वाले लाइसेंस होल्डर मौजूद थे. इस मौके पर मुख्य अतिथि डीके सिन्हा ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक, कृषि और उपभोक्ता मामलों में जरूरी है कि लोगों को बेहतर और क्वालिटी चीजें मिले, जिसके लिए बीआइएस का प्रयास सराहनीय है. इस मौके पर टाटा स्टील के चीफ सीआरएम बारा प्लांट रवि प्रकाश ने गेस्ट स्पीकर के तौर पर लोगों को संबोधित किया और बताया कि देशी प्रोडक्ट की क्वालिटी को और आगे ले जाने के लिए बीआइएस की जांच पर खरा उतरने की जरूरत है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चीफ मैनेजर सुनील कुमार ने कहा कि उद्योगों में प्रोडक्टिविटी को आगे ले जाने के लिए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की ओर से आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है. इस मौके पर बीआइएस के साइंटिस्ट इ एसके वर्मा, एमएसएमइ के असिस्टेट डायरेक्टर सुभाष इंगवार भी मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद थे.