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बिना दवा ठीक होगी डायबिटीज
जमशेदपुर : फ्रीडम ऑफ डायबिटीज कार्यक्रम के जनक डॉ. प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि संतुलित भोजन, व्यायाम और मेडिटेशन से डायबिटीज का इलाज संभव है. इसके लिए कोई दवा नहीं लेनी है. सिर्फ दिनचर्या को संतुलित और खानपान में थोड़ा परहेज करना होगा. डॉ त्रिपाठी रविवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) व यंग इंडिया के […]
जमशेदपुर : फ्रीडम ऑफ डायबिटीज कार्यक्रम के जनक डॉ. प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि संतुलित भोजन, व्यायाम और मेडिटेशन से डायबिटीज का इलाज संभव है. इसके लिए कोई दवा नहीं लेनी है.
सिर्फ दिनचर्या को संतुलित और खानपान में थोड़ा परहेज करना होगा. डॉ त्रिपाठी रविवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) व यंग इंडिया के झारखंड चैप्टर की ओर से टाटा ऑडिटोरियम, एक्सएलआरआइ में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम का उदघाटन जैमीपाल के एमडी आदर्श अग्रवाल सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस दौरान शहर के एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने डॉ प्रमोद त्रिपाठी के बताये उपायों से डायबिटीज समाप्त होने की बात कहीं.
छह कारणों से डायबिटीज. डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि डायबिटीज के छह कारण हैं. मेद से हारमोन पर होने वाला परिणाम, एसिडिटी तथा सूजन, पोषक द्रव्यों का अभाव, स्नायुओं में ताकत व स्टैमिना की कमी और तनाव (अकेलापन, दुख, गुस्सा, डर). डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने खुद बीजे मेडिकल कालेज, पुणे से एमबीबीएस की डिग्री ली है. एलोपैथ बताता है कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइड कभी ठीक नहीं हो सकता, जो गलत है. आज दुनिया में इस बात का शोध हो चुका है कि ये सभी बीमारियां जड़ से समाप्त हो सकती हैं. जब उन्होंने इस शोध को व्यवहार में लाया तो आश्चर्यजनक ढंग से ये सभी बीमारियां जड़ से ठीक होने लगीं. हजारों लोग अब तक ठीक हो चुके हैं.
स्मूदी से करें सुबह की शुरुआत. डॉ त्रिपाठी ने कहा की सुबह की शुरुआत स्मूदी से करें, दूध वाली चाय से नहीं. दूध सभी बीमारियों की जड़ है, इसलिए दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थों (दूध, दही, बटर, बिस्कुट) का इस्तेमाल तत्काल बंद कर दें. क्योंकि एक कप दूध वाली चाय दूसरे दिन 20-100 प्वाइंट तक शुगर बढ़ा सकती है. गाय के दूध में 49 और डेयरी दूध में 34 प्रतिशत चर्बी रहती है. उन्होंने वसा, चर्बी, कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने के कारण चिकन, मटन, मछली, अंडा का त्याग करने की बात कही. डा. प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि हरा पता, दालें, बीज (चना, मूंग) में दूध से सात गुणा ज्यादा कैल्सियम होता है.
गाय-भैंस या डेयरी की दूध की जगह कोकोनट मिल्क का सेवन कर सकते हैं.
स्मूदी बनाना आसान. डॉ त्रिपाठी ने कहा कि स्मूदी बनाना आसान है. पान का एक पत्ता, पालक के चार-पांच पत्ते, पुदीना के पांच पत्ते, एक पका केला, दो-तीन दाना काली मिर्च व एक चम्मच दालचीनी का पाउडर मिक्सी में मिला लें. इसमें आधा नींबू का रस व सेंधा नमक मिलाकर बिना छाने एक गिलास स्मूदी पी लें. उसके बाद अंकुरित चने व मूंग के साथ खीरा-टमाटर का सलाद लें. दिन भर स्मूदी पी सकते हैं. इसके साथ शारीरिक व्यायाम, प्राणायाम, ध्यान करे. माॅर्निग वाक की आवश्यकता नहीं है. पैदल चलने से शुगर घट नहीं सकता है.
चावल, रोटी एक साथ नहीं खाये. डॉ त्रिपाठी ने कहा कि चावल व रोटी भोजन में एक साथ न लें. भोजन में दाल, चावल या रोटी, हरी सब्जी व सलाद बराबर मात्रा में लेकर खायें.
खाने के दो घंटे बाद सीढ़ी पर चढ़े-उतरे. डॉ त्रिपाठी ने डायबिटीज मरीजों को भोजन के दो घंटे बाद आठ-दस सीढ़ियां चढ़ने और उतरने की सलाह दी. इससे शुगर लेबल कम होगा. डायबिटीज मरीज यह पसीना आने तक करें. जिन लोगों को घुटने या कमर में दर्द है, वे कुछ दिन बाद व्यायाम शुरू करें.
शहर के इन लोगों ने कहा कि मिली डायबिटीज से मुक्ति. आेम प्रकाश, निर्मल, दीपा, संजय जालान, आलोक सिंह, दीपक, बीएन शर्मा, रमेश चंद्र, राजेश कुमार, रमण गोयल, दिनेश, अाभास मुनका, राजेश, पल्वी, कन्हैया लाल, नीलमा, बीआर सिंह .
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