जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में ट्रांसपोर्ट एलाउंस एक बार फिर से बहाल हो सकता है. इसके लिए मैनेजमेंट ने डीएलसी से समय मांगा है ताकि उस पर सकारात्मक विचार किया जा सके. गुरुवार को सीतारामडेरा स्थित डीएलसी कार्यालय में डीएलसी एसएस पाठक की अध्यक्षता में टाटा मोटर्स प्रबंधन और मजदूर नेता एके पांडेय के स्तर पर मीटिंग हुई.मीटिंग में मैनेजमेंट की ओर से प्रमोद कुमार,राजीव श्रीवास्तव और अंशुमन श्रीवास्तव जबकि यूनियन की ओर से एके पांडेय मौजूद थे.
इस दौरान ट्रांसपोर्ट एलाउंस का मामला उठाया गया. वर्ष 2012 से ही एलाउंस बंद है, जिसको शुरू कराने की मांग की गयी. साथ ही कैंटीन के पांच कर्मचारियों को हटाने का जो प्रावधान था, उसे रोकने की बात उठी, जिस पर मैनेजमेंट ने सकारात्मक पहल करने की बात उठायी गयी. एआरसी कर्मचारियों को ग्रेच्यूटी तक नहीं है, जिसको शुरू कराने की मांग की गयी. इसमें तय किया गया कि 17 फरवरी को अगली बैठक होगी.
टीएमएल ड्राइव लाइन यूनियन का मुद्दा उठा
दूसरी बैठक टीएमएल ड्राइव लाइन का हुआ. इस दौरान एके पांडेय ने यूनियन की मान्यता नहीं होने का मुद्दा उठाया, जिस पर मैनेजमेंट को दो टूक जवाब डीएलसी ने दिया और बोनस समेत अन्य समझौता का पूरा ब्योरा देने की मांग की. सदस्यता कुछ लोगों की समाप्त करने पर भी गंभीर सवाल उठाये गये. इस पर मैनेजमेंट के अधिकारियों ने समय लिया. डीएलसी ने इसको लेकर अगली बैठक 17 फरवरी को बुलायी है.
सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा देने की मांग
डीएलसी स्तर पर हो रही बैठक में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी मेडिकल सुविधा देने की मांग की गयी. तय किया गया कि इसको लेकर बातचीत होगी. इन लोगों ने बताया कि उनको दवा नहीं दी जाती है.कैशलेस व्यवस्था को भी लागू करने की मांग की गयी.