जमशेदपुर: टाटा कमिंस प्रबंधन ने अस्थायी मजदूरों को वैकल्पिक व्यवस्था की है. कंपनी के उपाध्यक्ष अश्वथ राम ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि वर्तमान आर्थिक परिस्थिति में कई कंपनियों ने कठोर कदम उठाये हैं, जिनमें नौकरी से बाहर निकाला जाना और प्लांट कार्यो को बंद करना शामिल है.
लेकिन टाटा कमिंस अभी तक इस तरह के कठोर कदम उठाने की नहीं सोच रही है, लेकिन इस समय स्थायी नियुक्तियां तो दूर हम श्रमिकों को बढ़ाने की स्थिति में भी नहीं हैं. श्री राम ने कहा है कि कंपनी प्रशिक्षुओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सर्वोत्तम विकल्प पेश कर रही है, जो अस्थायी श्रमिकों में परिवर्तन, जिसमें प्रशिक्षुओं को बोनस, प्रॉविडेंट फंड और ग्रुप इंश्योरेंस के साथ मासिक वेतन की सुविधा होगी तथा देश के दूसरे स्थानों पर फैक्टरियों में स्थानांतरण हैं. श्री राम ने बताया कि कंपनी दूसरे स्थानों पर कमिंस की निर्माण इकाईयों में प्रशिक्षुओं के लिए स्थायी रोजगार के अवसर तलाशने की दिशा में प्रयास कर रही है. बार-बार प्रशिक्षुओं को वर्तमान 80 उपलब्ध अवसरों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है.
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन और समूह भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा करने के लिए इकट्ठे हो रहे हैं. दूसरी ओर, अस्थायी कर्मचारियों ने कैंटीन बहिष्कार को समाप्त कर दिया है. श्रम मंत्री के आश्वासन के बाद दस दिनों के लिए यह आंदोलन समाप्त किया गया है और सारे लोग सामान्य तौर पर अपना काम कर रहे हैं.