जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के सीआरएस मैटेरियल गेट (कैंटीन गेट) पर जेडीसी (ग्लोबल डिलीवरी सेंटर) कंपनी को यूनियन के विरोध का गुरुवार को सामना करना पड़ा. यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते के नेतृत्व में सीआरएस गेट पर जुटे और जेडीसी के कार्य करने पर आपत्ति जतायी. इससे पूर्व भी यूनियन ने जेडीसी कंपनी के […]
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के सीआरएस मैटेरियल गेट (कैंटीन गेट) पर जेडीसी (ग्लोबल डिलीवरी सेंटर) कंपनी को यूनियन के विरोध का गुरुवार को सामना करना पड़ा. यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते के नेतृत्व में सीआरएस गेट पर जुटे और जेडीसी के कार्य करने पर आपत्ति जतायी.
इससे पूर्व भी यूनियन ने जेडीसी कंपनी के कार्य शुरू करने पर विरोध जताया था. गुरुवार की सुबह पर्सनल के अधिकारी सुधीर चौधरी के साथ यूनियन के नेताओं के साथ बहस भी हुई. सुबह लगभग नौ बजे जेडीसी के करीब चार–पांच कर्मचारी कार्य करने की जानकारी मिलने पर पहले विभाग के कमेटी मेंबर फिर ऑफिस बियररों ने विरोध किया.
देखते ही देखते यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, डिप्टी प्रेसिडेंट अजय भगत, कोषाध्यक्ष प्रकाश कुमार विश्वकर्मा समेत कई ऑफिस बेयरर्स व कमेटी मेंबर पहुंचे.
दो बार चली वार्ता : जेडीसी को लेकर प्रबंधन के साथ यूनियन की दो बार वार्ता हुई, लेकिन वार्ता सफल नहीं हुई. सोमवार को पुन: वार्ता होगी. सुबह वार्ता यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष गुरमत सिंह तोते के नेतृत्व में कंपनी के एजीएम प्रमोद कुमार के साथ हुई. दोपहर में वार्ता में कार्यकारी अध्यक्ष के साथ महामंत्री प्रकाश भी शामिल हुए. यूनियन ने प्रबंधन को फिलहाल पूर्व की व्यवस्था कायम रखने और सोमवार को इस मामले में बात करने की बात कही.
दोपहर में जेडीसी कर्मियों ने किया काम! : कंपनी में दिन भर यह चरचा रही कि दोपहर बाद ही कार्य जेडीसी ने शुरू कर दिया. हालांकि यूनियन के नेताओं ने काम फिर से शुरू होने से इनकार किया है. सीआरएस मैटेरियल गेट पर कंपनी के लगभग चार, सुपरवाइजर आठ और 19 बाइ सिक्स, टीएमएसटी और आइटीपी के कर्मचारी हैं.
यूनियन नेताओं ने कहा
यूनियन अध्यक्ष अमलेश कुमार ने कहा कि इस क्षेत्र के कमेटी मेंबर के इच्छानुसार निर्णय होगा. महामंत्री ने कहा कि प्रबंधन से इस मामले में बातचीत हुई है. सोमवार को पुन: वार्ता में होगी. कार्यकारी अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने कहा कि प्रबंधन के साथ बातचीत की गयी है. यथा स्थिति कायम रखने की बात प्रबंधन से कहीं है. यथास्थिति कायम है. सोमवार को इस मामले में प्रबंधन से बात होगी.