Advertisement
इस साल बंद होंगी 31 खदानें
जमशेदपुर : खदानों को खोलने संबंधी राज्य सरकार द्वारा ठोस नियमावली नहीं बनाये जाने के कारण अब तक 16 खदानें बंद हो चुकी हैं. इस साल 31 खदानें और बंद होने वाली हैं, जिसके लिए अब तक कोई रिन्युअल की प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है. पर्यावरणीय क्लियरेंस नहीं होने के कारण ऐसी दिक्कतों का […]
जमशेदपुर : खदानों को खोलने संबंधी राज्य सरकार द्वारा ठोस नियमावली नहीं बनाये जाने के कारण अब तक 16 खदानें बंद हो चुकी हैं. इस साल 31 खदानें और बंद होने वाली हैं, जिसके लिए अब तक कोई रिन्युअल की प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है. पर्यावरणीय क्लियरेंस नहीं होने के कारण ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रमुख खनिज को एक्सटेंशन के बावजूद नहीं मिला दस्तावेज. कई प्रमुख खनिज को भी एक्सटेंशन नहीं मिल पाया है. इसको लेकर दस्तावेज तक नहीं प्राप्त हो पायें है. हालांकि इस बारे में कोई अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.
क्यों बंद हो रही हैं खदानें
राज्य सरकार द्वारा लाइसेंस नवीकरण को लेकर ठोस नियमावली नहीं बनायी गयी है
प्रदूषण सहमति (सीटीओ) और पर्यावरणीय स्वीकृति (इसी) उपलब्ध कराने में हो रही परेशानी
कई सारे मेजर (मुख्य) खनिज को माइनर मिनरल में ट्रांसफर कर दिया गया है, लेकिन इसका एलॉटमेंट की कोई नियमावली नहीं बनायी गयी है, जिस कारण यह दिक्कतें हैं
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement