|एमजीएम अस्पताल में रविवार को हुआ जटिल ऑपरेशन, बच्चे की मौत
|लाखों में एक होता है कंज्वाइनटीन बच्चा
|बच्चेदानी फटने से प्रसव पूर्व हुई बच्चे की मौत
|दो घंटे के ऑपरेशन के बाद बच्चा निकाला गया, महिला की स्थिति सामान्य
जमशेदपुरः डुमरिया के कांटा शोल निवासी गर्दी हेंब्रम की पत्नी सोमवारी ने एमजीएम अस्पताल में रविवार को दो सिर और तीन हाथ वाले एक बच्चे को जन्म दिया. हालांकि बच्चे को बचाया नहीं जा सका. बच्चादानी फट जाने के कारण प्रसव के पूर्व बच्चे की मौत हो गयी. डॉक्टरों ने महिला के बच्चेदानी को काट कर निकाल दिया है, महिला की स्थिति खतरे से बाहर है.
कैसे होता है इस तरह का बच्चा
अस्पताल के गायनिक विभाग के डॉक्टर बीके चौधरी के अनुसार ऐसे बच्चों को कंज्वाइनटीन कहते हैं. जिस महिला के भी गर्भ में जुड़वा बच्चा होता है वह छह से आठ सप्ताह में डिवाइड होकर दो बच्चा हो जाता है. इस केस में पहले तो अलगाव हुआ, लेकिन बाद में छाती के नीचे का भाग आपस में जुड़ गया. जिससे उसके दो सिर, तीन हाथ और दो पैर हो गये.
पहले कहीं नहीं करायी जांच
महिला के पति गर्दी हेंब्रम ने बताया कि इसके पहले कहीं भी जांच नहीं करायी गयी थी. शनिवार की शाम वह बाजार गयी थी. लौटने के बाद रात में दर्द बढ़ गया, जिसके बाद गांव की सहिया को बुलाया गया. उसने ममता वाहन से पहले डुमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फिर एमजीएम अस्पताल भेज दिया.
चार बोतल चढ़ा खून
गर्भवती की स्थिति बहुत नाजुक थी. बच्चादानी फाटने के कारण खून पेट में जमा हो गया था. साथ ही काफी खून भी निकल गया था जिसके कारण उसको चार बोतल खून चढ़ाना पड़ा. ऑपरेशन के दौरान उसके बच्चे दानी को निकाल दिया गया.
ऑपरेशन में शामिल
डॉ बीके चौधरी, डॉ मंजू बारा, डॉ सोनिया, डॉ पल्लवी.