जमशेदपुर: झारखंड विद्युत बोर्ड के जमशेदपुर डिवीजन द्वारा प्रतिमाह अपने उपभोक्ताओं से करीब 80 से 90 लाख रुपया विभिन्न आउटडोर कलेक्शन सेंटरों के माध्यम से वसूला जाता है. वसूले गयी रकम को बिना सुरक्षा के सेंटरों से करनडीह विद्युत विभाग के मुख्यालय तक पहुंचाया जाता है. बिना सुरक्षा के सेंटरों में सर्किल एवं एरिया वार्ड के तीन चार कार्यरत कर्मचारी जान जोखिम में रखकर रकम को मुख्यालय पहुंचाते हैं. प्रत्येक माह में दस दिन विभिन्न आउटडोर कलेक्शन सेंटरों में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल का भुगतान किया जाता है और सेंटर के कर्मचारी उक्त वसूल की गयी राशि को मुख्यालय पहुंचाते हैं.
‘‘सेंटरों से रुपये मुख्यालय तक लाने के लिए थाना स्तर पर सुरक्षा मुहैया कराने का लिखित आवेदन दिया जाता है. कभी सुरक्षा प्रदान की जाती है, तो कभी सुरक्षा के अभाव में रुपये सेंटरों से मुख्यालय तक लाये जाते हैं. जो सुरक्षा मिलनी चाहिए, वहीं पूरी तरह से उपलब्ध नहीं करायी जाती है. सुनील कुमार, एसडीओ विद्युत विभाग करनडीह.
क्या कहती है पुलिस
‘‘बिजली विभाग के सेंटरों से मुख्यालय तक रुपये लाने के लिए सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कोई भी आवेदन नहीं दिया जाता है. एसडीओ द्वारा मौखिक रुप से सुरक्षा मांगी जाती है, तो सुविधा के मुताबिक सुरक्षा मुहैया करायी जाती है. दयानंद कुमार थाना प्रभारी परसुडीह.
‘‘थाना में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कोई आवेदन नहीं दिया गया है और न कभी सुरक्षा मांगी गयी है. आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. संजीव कु. थाना प्रभारी, सोनारी.