माता-पिता, शिक्षक व सरकारी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों में शुरू से सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करें. इससे अपहरण एवं अन्य तरह की घटनाअों पर रोक लगेगी. राज्य बाल श्रमिक आयोग के सदस्य संजय कुमार मिश्र ने कहा कि सभी को संवेदनशील होकर काम करना होगा. सिटी एसपी चंदन झा ने कहा कि बाल श्रम एक गंभीर समस्या बन गयी है.
समाज के हर व्यक्ति को इसका सामाजिक स्तर पर विरोध करना चाहिये. मौके पर राज्य बाल श्रमिक आयोग के सदस्य विकास कुमार दोदराजका, सुनील कुमार गुप्ता, चंचल कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा ने भी कार्यशाला को संबोधित किया. सभी प्रतिभागियों को बाल अधिकार, बाल श्रम, बाल विवाह, पोक्सो एक्ट 2012, जेजे एक्ट 2006 को लेकर प्रशिक्षित किया गया.