दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक संदीप के बेटे सौम्यदीप ने बंगाल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वर्तमान में टाटा स्टील में आइटी प्रबंधक की नौकरी कर रहा है. उनके बेटे ने सितंबर 2015 में नौकरी.कॉम तथा दिल्ली की साइन.कॉम में नौकरी के लिए आवेदन दिया था. 9 नवंबर 2015 को उनके मोबाइल फोन पर साइन. कॉम से नेहा शर्मा का कॉल आया. जिसके बाद उनके बेटे की तसवीर समेत अन्य कई दस्तावेज, हस्ताक्षर किया हुआ पेपर ऑनलाइन जमा कराया गया. सौम्यदीप की ऑनलाइन परीक्षा ली गयी. परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद उसे दिल्ली बुलाया गया. दिल्ली से लौटने पर एक दिन फोन पर बताया गया कि सौम्यदीप का एचसीएल कंपनी में सहायक मैनेजर के पद पर नियुक्ति हो गयी है. सौम्यदीप काे ऑफर लेटर भी दिया गया.
ज्वाइनिंग लेटर देने से पहले उक्त लोगों द्वारा सिक्यूरिटी मनी के तौर पर कई किस्त में एचडीएफसी बैंक के खाता में सात लाख रुपये ट्रांसफर कराये गये. इसके बाद आजतक उनके बेटे को नौकरी नहीं मिली. अंत में इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी.