19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कई राज्यों में रंगदारी वसूलता था सीसीएल कर्मचारी (दुबेजी 4, 5)

कई राज्यों में रंगदारी वसूलता था सीसीएल कर्मचारी (दुबेजी 4, 5)- माओवादी कुंदन पाहन के नाम पर आदित्यपुर हाइटेक कंपनी के मैनेजर से मांगी थी 10 लाख रंगदारी- बिष्टुपुर थाना में दर्ज कराया गया था मामला- पुलिस ने बोकारो से किया गिरफ्तार- रांची स्थित सरगना के घर से सामान जब्त आरोपी की निशानदेही पर जब्त […]

कई राज्यों में रंगदारी वसूलता था सीसीएल कर्मचारी (दुबेजी 4, 5)- माओवादी कुंदन पाहन के नाम पर आदित्यपुर हाइटेक कंपनी के मैनेजर से मांगी थी 10 लाख रंगदारी- बिष्टुपुर थाना में दर्ज कराया गया था मामला- पुलिस ने बोकारो से किया गिरफ्तार- रांची स्थित सरगना के घर से सामान जब्त आरोपी की निशानदेही पर जब्त सामान- रंगदारी मांगने में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन- रांची स्थित अरुण कुमार उर्फ अरुण राम के घर से रंगदारी का 64 हजार रुपये- रंगदारी की राशि से खरीदी गयी स्कॉर्पियो(जेएच09 एए-6783)- दो एटीएम कार्ड, पासबुक, पैन कार्ड व पहचान पत्र- सरिता कुमारी के नाम का फोटो पहचान पत्रवरीय संवाददाता, जमशेदपुरआदित्यपुर हाइटेक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सह बिष्टुपुर सर्किट हाउस एरिया निवासी शिव कुमार चौधरी से माओवादी कुंदन पाहन के नाम पर 10 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. इस मामले में गिरफ्तार बोकारो के कथारा स्टाफ कॉलोनी निवासी सह सीसीएल कंपनी का क्लर्क प्रीतराम अजय ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड व बिहार के कई कारोबारी व अधिकारी से माओवादी के नाम पर रंगदारी वसूली थी. इसकी जानकारी गुरुवार को एसएसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने दी. सीसीएल (भूगर्भशास्त्र विभाग) में कार्यरत है मुख्य सरगनाउन्होंने बताया कि प्रीतराम बीते 10 दिनों से बिष्टुपुर निवासी शिव कुमार को 8092186027 नंबर से फोन कर रंगदारी मांग रहा था. शिव कुमार के बयान पर उक्त मोबाइल नंबर धारक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद गोविंदपुर थाना प्रभारी दयानंद कुमार व दारोगा राजू की टीम ने प्रीतराम को गिरफ्तार किया. प्रीतराम के निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह का सरगना रांची स्थित दरभंगा हाउस, सीसीएल मुख्यालय भूगर्भशास्त्र विभाग के अरुण कुमार उर्फ अरुण राम उर्फ अरुण हलखोर के घर पर छापेमारी की. यहां से पुलिस को 64 हजार रुपये, स्कॉर्पियो, तीन मोबाइल फोन समेत कई सामान बरामद किया. सरगना अरुण कुमार अब भी फरार है. सीसीएल के कई अधिकारियों से भी मांगी रंगदारीएसएसपी ने बताया है कि प्रीतराम ने बोकारो सीसीएल कंपनी के कई अधिकारियों, व्यवसायियों, रैक लोडिंग करने वाले ठेकेदार और ट्रांसपोर्टर से नक्सली के नाम पर रंगदारी मांगी है. बीते तीन-चार वर्ष में वह कथारा एरिया के खलारी में कार्यरत कोल अधिकारी केके पांडेय, आरबी सिंह, श्री झा से रंगदारी वसूली की. उसने टेकवानी (एमपी) के अजित जैन, यूपी समेत अन्य जगहों पर रंगदारी वसूली की है. इसके अलावा रामगढ़ के सरगना पांडेय गिरोह से भी प्रीतराम ने रंगदारी वसूली है. वह सभी से 15 से 20 हजार रुपये रंगदारी वसूलता था. जेल जा चुका है सरगना एसएसपी ने बताया कि फरार सरगना अरुण राम 2014 में जगन्नाथपुर थाना से और रांची स्थित कश्मीर वस्त्रालय के मालिक से रंगदारी मांगने में 2006 में लोअर बाजार से जेल जा चुका है. गिरोह के सदस्यों ने माओवादी कुंदन पाहन, विकास जी, नाग जी, पीआइएल के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये प्रतिमाह रंगदारी वसूलते थे. अनुकंपा पर मिली है नौकरीगिरफ्तार सीसीएल कर्मचारी प्रीतराम अजय को अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिली है. उसकी मां भी सीसीएल में काम करती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें