21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वर्षांत : संदीप सावर्ण

वर्षांत : संदीप सावर्ण पॉजिटिव स्टोरी शैक्षणिक क्षेत्र में आधारभूत संरचनाअों का हुआ विकास ( एक्सएलआरआइ नाम से फोटो है ) वर्ष 2015 शैक्षणिक क्षेत्र में आधारभूत संरचनाअों के विकास को लेकर याद किया जायेगा. एक्सएलआरआइ में करीब 150 करोड़ की लागत से इंटरनेशनल बल्डिंग तैयार किया गया. इस भवन के तैयार होने से कॉलेज […]

वर्षांत : संदीप सावर्ण पॉजिटिव स्टोरी शैक्षणिक क्षेत्र में आधारभूत संरचनाअों का हुआ विकास ( एक्सएलआरआइ नाम से फोटो है ) वर्ष 2015 शैक्षणिक क्षेत्र में आधारभूत संरचनाअों के विकास को लेकर याद किया जायेगा. एक्सएलआरआइ में करीब 150 करोड़ की लागत से इंटरनेशनल बल्डिंग तैयार किया गया. इस भवन के तैयार होने से कॉलेज में ग्लोबल मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत और बीएम व एचआरएम की सीट बढ़ायी जा सकी. शहर में ही लोयोला स्कूल कैंपस में वर्ल्ड क्लास फेजी अॉडिटोरियम का निर्माण किया गया है. अत्याधुनिक उपकरणों से लैस अॉडिटोरियम में एक साथ करीब 2200 लोग कार्यक्रम का आनंद ले सकते हैं. दूसरी अोर कोल्हान विश्वविद्यालय को अपना भवन मिल सका. वहीं जिले के 6 मॉडल स्कूल में से 5 का भवन तैयार हो गया. इसमें घाटशिला, धालभूमगढ़, बहरागोड़ा, चाकुलिया अौर डुमरिया के मॉडल स्कूल शामिल हैं. पटमदा में जमीन नहीं मिलने की वजह से काम शुरू नहीं हो पाया है. जिले के कुल 108 विद्यालयों में 3-3 क्लास अतिरिक्त क्लास रूम बनाने के साथ ही 135 स्कूलों में शौचालय निर्माण सह मरम्मती कार्य हुआ. ——–पहली बार शहर से सिविल सर्विसेज में चार सफल ( 5 जुलाई के अखबार में प्रकाशित हुई थी फोटो ) 2015 में पहली बार शहर के 4 विद्यार्थियों ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की. इसमें टॉप रैंकर नेहा सिंह को पूरे देश में 22 वां, जबकि नेहा दुबे को देश में 26 वां स्थान हासिल किया. उक्त दोनों छात्राअों के बाद शहर के अनुराग कुमार सिंह को यूपीएससी में 551 वां स्थान हासिल हुआ. वहीं आशुतोष मिश्रा को यूपीएससी की परीक्षा के रिजर्व लिस्ट में स्थान दिया गया. उन्होंने पिछले दिनों दिल्ली पुलिस में ज्वाइन किया. वे फिलहाल ट्रेनिंग कर रहे हैं. ———-निगेटिव न्यूज निजी स्कूलों की पहुंच से दूर रहे गरीब बच्चे ( 7 मई के अंक में फोटो है ) 2015 जिले में अनिवार्य शिक्षा का अधिकार का बखूबी पालन नहीं करने के लिए याद किया जायेगा. विभाग अपने लक्ष्य का सिर्फ 14 फीसदी (207) गरीब अौर अभिवंचित वर्ग के बच्चे निजी स्कूल तक पहुंच सके. एडमिशन के लिए आने वाले अभिभावकों को तरह-तरह के बहाने से घूमाया जाता रहा. राजेंद्र विद्यलय में गरीब बच्चों के एडमिशन के लिए आंदोलन कर रहे अभिभावक संघ के अध्यक्ष समेत महिला अभिभावकों की पिटाई भी की गयी. इस घटना के बाद उपायुक्त कार्यालय के समक्ष मई की तपती दुपहरी में 5 दिनों तक आमरण अनशन किया गया जिसके बाद सभी गरीब अौर अभिवंचित वर्ग के विद्यार्थियों का दाखिला हो सका.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें