जमशेदपुर: मजदूर गेट पर प्रदर्शन करते हैं, सुरक्षाकर्मी उनको रोकते हैं, फिर यूनियन में सुरक्षाकर्मी कैसे शामिल हो सकते हैं. यह दलील दी है टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष और कमेटी मेंबर सीताराम कुमार ने.
श्री कुमार ने श्रमायुक्त पूजा सिंघल के कोर्ट में यह बात रखी. उन्होंने करीब दस मिनट तक अपनी बातों को रखा. श्रमायुक्त ने मंगलवार को रांची स्थित अपने कार्यालय में दोनों पक्षों को सुनने के लिए समय निर्धारित किया था. इस दौरान बचाव पक्ष की ओर से पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय खुद हाजिर हुए और अपनी दलील के साथ ही कई साक्ष्य और प्रमाण भी रखा.
उन्होंने यहां साफ तौर पर कहा कि यूनियन के पदाधिकारी सिक्यूरिटी के लोग कई बार रह चुके हैं और सदस्य भी रहे हैं. उनके पास इसके पर्याप्त सबूत और साक्ष्य मौजूद हैं. श्रमायुक्त ने दोनों पक्षों को सुना. उम्मीद की जा रही है कि एक सप्ताह के भीतर फैसला आ जायेगा. इस सुनवाई के दौरान सीताराम कुमार के साथ कमेटी मेंबर हीरा प्रसाद के अलावा पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय, कमेटी मेंबर गोपाल कृष्णा, प्रमोद राज, दर्शन सिंह बावरा, इ सतीश कुमार, सरोज पांडेय, अश्विनी माथन, पूर्व कमेटी मेंबर एसके तिवारी, मधुकांत सिंह मौजूद थे.
सीताराम यूनियन को तोड़ रहे हैं
सीताराम कुमार यूनियन को तोड़ने का काम कर रहे हैं. उनको मजदूर और ट्रेड यूनियन का इतिहास कभी भी माफ नहीं करेगा.
-गोपाल कृष्णा, कमेटी मेंबर, सिक्यूरिटी