जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ और जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज के बीच दीवार को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए सोमवार को जिला प्रशासन ने दीवार निर्माण का काम रुकवा दिया. पूरे मामले में जांच होने और त्रिपक्षीय वार्ता के बाद ही अब दीवार निर्माण का काम शुरू किया जायेगा.
एक्सएलआरआइ प्रबंधन द्वारा कराये जा रहे दीवार निर्माण का सोमवार को कॉलेज के विद्यार्थियों ने विरोध किया. जानकारी मिलने पर एसडीओ पहुंचे तथा दीवार निर्माण कार्य को करीब से देखा. उन्होंने कॉलेज प्रबंधन से नक्शा समेत अन्य कागजात की मांग की.
कॉलेज प्रबंधन द्वारा मंगलवार को एसडीओ के पास नक्शा और खतियान की कॉपी सौंपी जायेगी. इधर, छात्रों ने उपायुक्त कार्यालय जाकर भी दीवार निर्माण के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवाया. जिला प्रशासन से पूरे मामले की जांच करने की मांग की है.
क्या है मामला
एक्सएलआरआइ और जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज के बीच एक रास्ता है जिससे होकर विद्यार्थी साकची से पैदल सीधे को ऑपरेटिव कॉलेज पहुंचते थे, लेकिन एक्सएलआरआइ प्रबंधन ने इसे बंद कर दिया था. इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया. लेकिन को ऑपरेटिव कॉलेज के छात्रों ने दीवार को तोड़ दिया. इसके बाद 12 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दीवार बनाने का काम शुरू किया गया.
..तो फंसेंगे मतदानकर्मी : डॉ पीयूष: को ऑपरेटिव के प्रोफेसर डॉ विजय कुमार पीयूष ने बताया कि कॉलेज में न सिर्फ पढ़ाई होती है, बल्कि चुनाव में मतगणना के लिए भी होता है. इसी वजह से यहां चार तरफ से रास्ते बनाये गये थे.
इससे पहले दो रास्ते हो चुके हैं बंद
जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज में पहुंचने के लिए पहले चार रास्ते हुआ करते थे. इसमें एक मुख्य मार्ग. दूसरा एक्सएलआरआइ कैंपस में एटीएम के बगल से होते हुए. तीसरा कॉलेज के कैंटीन के ठीक सामने से जबकि चौथा रास्ता वह है जिसे लेकर विवाद चल रहा है. इसमें दो रास्ते को एक्सएलआरआइ की ओर से पहले ही बंद करवाया जा चुका है. एटीएम के बगल से होते हुए आने वाले रास्ते में जहां गेट लगा दिया गया है, वहीं कैंटीन के सामने से होकर निकलने वाले रास्ते को ब्लॉक कर वहां एक्सएलआरआइ का हॉस्टल बना दिया गया है. अब तीसरा रास्ता जो एक्सएलआरआइ के पीछे है उसे भी बंद किया जा रहा है.
निधि खरे ने दिया था रास्ता बनाने का आदेश
कैंटीन के सामने से होकर गुजरने वाले रास्ते को जब एक्सएलआरआइ प्रबंधन द्वारा जब बंद कर दिया गया था, तो उस वक्त तत्कालीन डीसी निधि खरे ने एक्सएलआरआइ के पीछे ( अभी जिसे लेकर विवाद है ) के रास्ते का इस्तेमाल करने की हरी झंडी दी थी. उस वक्त से अब तक उस रास्ते का इस्तेमाल विद्यार्थी कर रहे हैं.
क्यों बंद की जा रही है दीवार
एक्सएलआरआइ द्वारा ग्लोबल मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हो रही है. इसमें अमेरिका, चाइना और एक्सएलआरआइ के 50 विद्यार्थी सामूहिक रूप से पढ़ाई करेंगे. विदेशी विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ही संस्थान द्वारा दीवार का निर्माण किया जा रहा है.
हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे : रजनीश
को ऑपरेटिव कॉलेज में दीवार के मुद्दे पर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया है. समिति के सदस्य रजनीश सिंह ने कहा कि हमारे पास कागज है, जिसमें अंकित है कि वह जमीन कॉलेज का ही है. इस मुद्दे पर हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
प्रशासन कर रहा एक्सएलआरआइ को सपोर्ट : सुनील
समिति के सदस्य सुनील गुप्ता ने कहा कि जिला प्रशासन एक्सएलआरआइ को सपोर्ट कर रहा है, जबकि हमें रास्ता बनाने का आदेश करीब 10 साल पहले ही दिया गया था.