लगन : क्या खरीदूं, किसे छोड़ूं :::असंपादितशादी में दुल्हन के कपड़े पर सबसे अधिक खर्च किया जाता है. हर रश्म के लिए अलग कपड़े होते हैं. माल्यार्पण के समय दुल्हन को परी की तरह सजाया जाता है. कपड़े भी परियों से होते हैं. मुंह दिखायी के कपड़े इससे जरा भी कम नहीं होते. सिंदुर दान के लिए भी अलग कपड़ा होता है. उधर दुल्हा भी दुल्हन से बीस दिखने के लिए हर तरह की तैयारी करता है. घोड़ी सवारी के लिए बेहतरीन शेरवानी चाहिए तो माल्यार्पण आदि के लिए भी अलग ड्रेस जरूरी होता है. इस बात का ख्याल बाजार को भी है. तभी तो हर रश्म के कपड़े से बाजार सज चुका है. लगन पर बाजार के मिजाज को भांपती लाइफ @ जमशेदपुर की रिपोर्ट … बनारसी साड़ी के बिना शादी अधूरी लगन में सबसे अधिक साड़ियों की खरीदारी होती है. बिष्टुपुर स्थित कमानी सेंटर के अशोका साड़ीज के मालिक किशोर नागेलिया बताते हैं कि महिलाएं सबसे अधिक बनारसी साड़ी की खरीदारी कर रही हैं. इसमें भी जड़दोजी वर्क की साड़ी की अधिक मांग है. इस समय बाजार में एक से बढ़कर एक बनारसी साड़ी दिखायी दे रही हैं. साड़ी रेंज (रुपये में)बनारसी 7,000 से 25,000 रुपये अन्य साड़ियों का भी है क्रेज बनारसी के बाद प्योर शिफॉन, प्योर सिल्क प्रिंटेड, प्योर सिल्क वर्क, जॉर्जेट क्रिप, फैंसी सुपरनेट, सिल्क नेट पर वर्क जैसी साड़ियों की मांग भी अच्छी है. शिफॉन, जॉर्जेट, सिल्क और नेट मटीरियल की बनी ये साड़ियां कई डिजाइन और शेड में मिल रही हैं. मांग को देखते हुए बुटिक वाले इस पर वर्क भी कर रहे हैं. बिष्टुपुर स्थित दिवा की अंजलि के मुताबिक जॉर्जेट, शिफॉन, सिल्क जैसी साड़ियां सदाबहार हैं. इनकी हमेशा मांग रहती है. लगन पर मटका सिल्क और नेट साड़ियां महिलाएं अधिक पसंद कर रही हैं. साड़ी कीमत (रुपये में)जड़दोजी वर्क 2,000 से शुरू प्योर शिफॉन 3,000 से शुरू प्योर सिल्क प्रिंटेड 2,000 से शुरू प्योर सिल्क वर्क 5,000 से शुरू जॉर्जेट क्रिप 4,000 से शुरू फैंसी सुपरनेट 1200 से शुरू सिल्क नेट पर वर्क 3,000 से शुरू मटका सिल्क 6,000 से शुरू नेट साड़ी 7,000 से शुरू तरह-तरह के लहंगे कई को लहंगा साड़ी भी खूब भा रही है. यह जॉर्जेट और नेट मटीरियल की बनी है. इसकी खासियत है कि यह नीचे लहंगा के आकार में होता है और ऊपर पल्लू होता है. जिसे साड़ी पहनना नहीं आता उसके लिए यह बेस्ट है. घेरवाली लहंगा की भी लड़कियां दीवानी हैं. यह शिफॉन, जॉर्जेट और वेल्वेट मटीरियल में उपलब्ध हैं. इसी तरह से इस समय फिश कट लहंगा की मांग भी खूब है. यह भी शिफॉन, जॉर्जेट व वेल्वेट कपड़े का बना है. लहंगा कीमत (रुपये में)लहंगा साड़ी 5,000 से शुरू फिश कट व घेरवाली 9,000 से शुरू सूट की भी है मांग पार्टी व शादी के मौके पर लड़कियां हैवी सूट पहनना पसंद करती हैं. इसमें अनारकली और सेलिब्रिटी सूट पर ग्राहकों की नजरें जा रही हैं. ये जॉर्जेट, शिफॉन व नेट मटीरियल के बने हैं. लहंगा सूट को भी अच्छे ग्राहक मिल रहे हैं. वहीं फैंसी पार्टी वियर गाउन और घेरवाला सलवार सूट की मांग भी है. पार्टी वियर गाउन में चदेरी, तसर सिल्क, नेट जैसे मटीरियल इस्तेमाल किये गये हैं. जबकि घेरवाला सलवार सूट कॉटन, ब्रूकेट, सिल्क आदि से बना होता है. सूट कीमत (रुपये में) अनारकली 4,000 से शुरू सेलिब्रिटी 6,000 से शुरू लहंगा शूट 5,000 से शुरू पार्टी वियर गाउन 3,000 से शुरू घेरवाला सलवार सूट 3,000 से शुरू सूट का बेहतरीन रेंज सूट के लिए रीड एंड टेलर और रेमंड्स जैसी कंपनी को बढ़िया माना जाता है. साकची स्थित रीड एंड टेलर के स्टोर मैनेजर गणेश राव बताते हैं कि उनके यहां सूट के अलग से कपड़े आते हैं. इसे सूट लेंथ कहा जाता है. यह सवा तीन मीटर का होता है. फैंसी सूट के लिए पॉली ऊल को बेहतरीन माना जाता है. यह पॉलीस्टर और मेरीनोऊल का बना होता है. पार्टी वियर सूट और शेरवानी आदि में फैंसी यार्न अधिक चलता है. इसमें यार्न, ऊल और सिल्क मटीरियल का इस्तेमाल किया गया है. ब्लेजर आदि के लिए ट्वीड को बेहतर माना जाता है. यह सौ प्रतिशत ऊल का बना होता है. यंग स्टार्स को फैंसी सूट, ब्लेजर आदि के लिए अधिकतर टीआर यानी टेरी रेऑन कपड़े पसंद आते हैं. यह अपेक्षाकृत सस्ता होता है. बिष्टुपुर नटराज मेशन स्थित रेमंड शो रूम के मैनेजर जय साहू बताते हैं कि ग्लोजी मटीरियल के सूट ग्राहक अधिक पसंद करते हैं. यह शाइनिंग करता है. इस समय पर्पल शेड, इलेक्ट्रिक ब्ल्यू, सिल्वर कलर और ब्लैकिस ब्ल्यू अधिक डिमांड में है. सूटिंग-शर्टिंग पर भी अच्छा रिस्पांस शादी के मौके पर वेस्ट कोट और बंडी की भी अधिक मांग रहती है. यह ट्विट विविंग मिक्सअप में आता है. इसमें ब्राइट कलर अधिक चलते हैं. पीवी यानी पॉली विस्टकॉस कपड़े ट्राउजर बनाने के काम आते हैं. सूटिंग-शर्टिंग में लीनन कपड़े को बेहतरीन माना जाता है. रीड एंड टेलर में यह हर सॉलिड रंग में उपलब्ध है. साथ ही बाजार में सूटिंग और सटिंग कपड़े की भी अच्छी रेंज है. हटकर है टाइ कंबो बॉक्स बाजार में टाइ कंबो बॉक्स थोड़ा हटकर दिखता है. इस बॉक्स में टाइ, पॉकेट स्क्वायर और शर्ट कफलिन होता है. पार्टी और शादी के मौके पर यूथ इसे लगाना पसंद करते हैं. यह 799 से 2500 रुपये की रेंज में उपलब्ध है. रेंज (रुपये में)सूट 3500 से 36,000 रेडिमेड सूट 4,999 से शुरू सूटिंग 380 से 7,900शर्टिंग 99 से 5,000 शेरवानी की कई वेरायटी शादी में कुछ की खरीदारी हो न हो शेरवानी की खरीदारी जरूर होती है. बिष्टुपुर स्थित तंजेब के इरशाद अख्तर बताते हैं कि ब्रोकेट सिल्क और इंडो वेस्टर्न शेरवानी की अधिक मांग है. ब्रोकेट सिल्क में जरी का काम अधिक है. इंडोवेस्टर्न शेरवानी सिल्क मटीरियल का बना है. इसका लुक तो इसे अन्य शेरवानी से अलग करता ही है, सीने पर बटन के पास और कॉलर पर स्टोन व जरी वर्क इसे खास बना देता है. बी स्टाइल शेरवानी में बायें सीने और कॉलर पर स्टोन, मोती का हैवी वर्क है. कम बजट में डी स्टाइल शेरवानी भी लोगों को भा रही है. इस पर कम काम है. यह सेमी सिल्क और ब्रॉकेट मटीरियल का बना है. इसी तरह से बंडी वाली शेरवानी की भी धूम है. यह सिल्क मटीरियल से बना है. इस पर तनछुई वर्क किया गया है. रेंज (रुपये में)ब्रोकेट सिल्क 2,000 से शुरू इंडोवेस्टर्न 2500 से शुरू बी स्टाइल 11,000 से शुरू डी स्टाइल 2,000 से शुरू बंडी वाली शेरवानी 2500 से शुरू कुर्ते ही कुर्ते कुर्ते की भी कई किस्में बाजार में आ चुकी है. सबसे अधिक मांग सिल्क कुर्ते की है. सिल्क में भी कई प्रकार हैं. मटका सिल्क में बटन पट्टी और कॉलम पर रेशम वर्क है. तसर सिल्क में भी बटन पट्टी और कॉलर पर अग्निफेरा वर्क है. बेंगलुरु सिल्क में रेशमी वर्क है. वहीं बी स्टाइल कुर्ते को लोग शेरवानी लुक की वजह से पसंद कर रहे हैं. फिनटेक्स के कुर्ते में सिल्क पर रेशम का काम है. रेंज (रुपये में)मटका सिल्क 1550 से शुरू तसर सिल्क 1450 से शुरू बी स्टाइल कुर्ते 700 से शुरू साफा व नागरा लोग शेरवानी को मैच कर साफा और नागरा (जूतियां) पसंद कर रहे हैं. साफा सिल्क और वेलवेट मटीरियल का बना है. जिसे हर साइज में शेरवानी से मैच कर बनाया गया है. वहीं नागरा पर भी शेरवानी से मिलता जड़ी और रेशम वर्क किया गया है. नागरा जूट, रैक्सीन व फैंसी कपड़े के बने हैं. रेंज (रुपये में)साफा 400 से 1500 नागरा 350 से 800
BREAKING NEWS
Advertisement
लगन : क्या खरीदूं, किसे छोड़ूं :::असंपादित
लगन : क्या खरीदूं, किसे छोड़ूं :::असंपादितशादी में दुल्हन के कपड़े पर सबसे अधिक खर्च किया जाता है. हर रश्म के लिए अलग कपड़े होते हैं. माल्यार्पण के समय दुल्हन को परी की तरह सजाया जाता है. कपड़े भी परियों से होते हैं. मुंह दिखायी के कपड़े इससे जरा भी कम नहीं होते. सिंदुर दान […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement