जमशेदपुर: उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने मंगलवार की दोपहर 12.20 बजे रजिस्ट्री विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया. यहां डीसी को खामियां मिलीं. उन्होंने एक व्यक्ति की रजिस्ट्री डीड देखी. सोनारी आशियाना गार्डेन की इस रजिस्ट्री डीड में उन्होंने पाया कि जमीन का जो हिस्सा है, उसके साथ ही कार पार्किग को समाहित करते हुए रजिस्ट्री का एरिया लिख दिया गया था. इस संबंध में डीसी ने सब रजिस्ट्रार अशोक कुमार सिन्हा से जानकारी मांगी और कहा कि इससे राजस्व को नुकसान हो रहा है.
पार्किग व जमीन में हिस्सेदारी (प्रोपोर्शनेट एरिया) का अलग-अलग उल्लेख होना चाहिए. इसके बाद डीसी ने एक पुरानी डीड भी देखी. मानगो आस्था स्पेस टाउन के एक डुप्लेक्स की इस डीड में कार पार्किग और जमीन में हिस्सेदारी (प्रोपोर्शनेट एरिया) की चौहद्दी का स्पष्ट उल्लेख था. उपायुक्त ने इस पर सब रजिस्ट्रार को फटकार लगाते हुए कहा कि रजिस्ट्री का या तो यह तरीका सही होगा या वह, लेकिन समानता होनी चाहिए. दो तरह की डीड क्यों तैयार होगी. इस दौरान डीसी ने 2013 के नये रजिस्ट्री रेट का टैरिफ मांगा. कंप्यूटर से प्रिंट निकाल कर टैरिफ दिखाया गया. इस पर उपायुक्त ने पूछा कि हस्ताक्षरित टैरिफ कहां है. इसके बाद पूरे निरीक्षण तक वह कागज नहीं मिला.
रजिस्ट्री विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया डीसी ने
डीसी ने समानता बरतने का दिया निर्देश
2013 का नया हस्ताक्षरित रजिस्ट्री टैरिफ नहीं मिला
निरीक्षण के मुख्य बिंदु
एडीसी गणोश कुमार को बुलाया गया और आशियाना की रजिस्ट्री डीड के वेरिफिकेशन के लिए भेजा गया
लीज एरिया में जमीन है या नहीं, यह स्पष्ट करने में कर्मचारियों को काफी समय लग गया
रजिस्ट्री विभाग के कार्यालय के निरीक्षण के दौरान ही हुकिंग कर रजिस्ट्री कार्यालय में ली गयी है. जिला उद्योग भवन में बिजली की लाइन काट दी गयी थी. उसके बाद से वहां हुकिंग कर बिजली ली गयी है. जिला कोषागार के स्ट्रांग रूम के ऊपर से हुकिंग की गयी है. डीसी के निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्री कार्यालय में मौजूद लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बना रहा. उद्योग भवन में बिजली नहीं होने के कारण कोषागार के स्ट्रांग रूम के ऊपर से हुकिंग कर कनेक्शन लिया गया है
मीटर तक नहीं लगा हुआ है
हुकिंग किये जाने के कारण ‘अर्थिग’ में दिक्कत है, इस कारण बिजली का तार रजिस्ट्री विभाग से बाहर लाकर जमीन में गाड़ा गया है ताकि अर्थिग दुरुस्त हो सके.
कुछ खामियां मिली हैं
निरीक्षण किया गया है. इस दौरान कुछ खामियां पायी गयी हैं. कुछ असमानताएं मिली हैं, जिसका वेरिफिकेशन हो जायेगा. इसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है. अभी जांच की जायेगी, जिसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
-डॉ अमिताभ कौशल, उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम