जमशेदपुर: साकची स्थित सिंहभूम होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएचएमसीएच) की गवर्निग बॉडी के गठन का मसला हल होने के बाद अब कॉलेज की मान्यता शिक्षक-कर्मचारियों की परेशानी का कारण बन गयी है.
सेंट्रल काउंसिल ऑफ होमियोपैथी ने कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी है. साथ की काउंसिल ने छात्र-छात्रओं को राज्य स्थित अन्य होमियोपैथिक कॉलेज में शिफ्ट करने का निर्देश दिया है. इसे लेकर शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों की चिंता बढ़ गयी है. कॉलेज को बचाने के लिए सोमवार को शिक्षकों ने सांसद विद्युत वरण महतो से मुलाकात की थी.
वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री या स्वास्थ्य सचिव के मुलाकात करने का आग्रह किया था. मंगलवार को शिक्षकों ने राज्य के संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय से भी मुलाकात की. इससे पूर्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ कुलवंत सिंह ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात कर कॉलेज को बचाने का आग्रह किया था.
2014 से ही बंद है एडमिशन : कॉलेज में वर्ष 2014 से विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने नये एडमिशन पर रोक लगा दी है. उसके बाद जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए काउंसिल ने तीन माह में कॉलेज से जवाब तलब किया था. तीन माह की अवधि गत मार्च-अप्रैल माह में खत्म हो गयी. उसके बाद काउंसिल ने कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी है. अध्ययनरत छात्र-छात्रओं को राज्य स्थित अन्य कॉलेज में शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है. इस पर विश्वविद्यालय को निर्णय लेना है.
‘‘छात्र-छात्राओं को शिफ्ट करने के मसले पर क्या निर्णय हुआ. इसकी जानकारी मुङो नहीं है, न ही इस संबंध में राज्य सरकार या विश्वविद्यालय की ओर से कोई पत्र आया है. रही बात मान्यता की, तो हाल में मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात कर कॉलेज को बचाने का आग्रह किया था.
डॉ कुलवंत सिंह, प्राचार्य, एसएचएमसीएच