जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन की मंगलवार को हुई कमेटी मीटिंग में विपक्षी खेमे ने बोनस समझौते को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया. मीटिंग की शुरुआत में अध्यक्ष पीएन सिंह ने कहा कि समझौते को लेकर कुछ लोग गलत बयानबाजी कर रहे हैं. डेमिंग अवार्ड व प्रधानमंत्री ट्रॉफी को आधार बनाकर बोनस समझौते में खामियां निकाली जा रही हैं, जबकि ऐसा नहीं है.
अध्यक्ष के भाषण के दौरान ही स्टेज पर चढ़े कमेटी मेंबर अश्विनी माथन ने बोनस समझौते की प्रति लहराते हुए कहा कि समझौते में इसका जिक्र है. इस पर पीएन सिंह समर्थक स्टेज पर चढ़ कर उनसे समझौते की प्रति छीनने लगे. रघुनाथ पांडेय समर्थक भी अश्विनी माथन का साथ देने स्टेज पर पहुंच गये, जिससे माहौल गरम हो गया. बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ. इस बीच महामंत्री बीके डिंडा, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू ने समझौते के बारे में विस्तार से बताया कि दोनों अवार्ड मिलने की बात कहकर प्रबंधन से बोनस राशि बढ़वायी गयी है, न कि पुरस्कार की कोई राशि बोनस में ली गयी है.
ग्रेड : पांच वर्ष का प्रस्ताव
मीटिंग में पीएन सिंह ने कहा कि यूनियन ने पांच वर्ष के लिए ग्रेड रिवीजन करने का प्रस्ताव प्रबंधन को दिया है. यदि इसमें कोई और बात होगी तो वे उसे पहले हाउस में लाएंगे. बोनस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के बेहतर काम की बदौलत मिली पीएम ट्रॉफी और डेमिंग अवार्ड को लेकर राशि मांगी गयी, न कि पुरस्कार की राशि इसमें शामिल की गयी है.