जमशेदपुर: कीताडीह निवासी अपूर्वा यादव और बलदीप सिंह के बीच शुरू मामूली विवाद ने उस समय हिंसक मोड़ ले लिया, जब आरोप के अनुसार अपूर्वा और उसके दो साथियों ने कीताडीह गुरुद्वारा में घुस कर उसकी पिटाई कर दी. जिसके बाद शाम में कथित रूप से समझौते के लिए बुला कर अपूर्वा और उसके साथियों ने ओंकार तथा सतनाम पर ललन यादव की दुकान के सामने लाठी, डंडे व रॉड से हमला कर दिया. जिसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गये. सूचना पाकर पुलिस पहुंची. विवाद देर रात तक परसुडीह थाना में हंगामा चलता रहा.
वहां सीजीपीसी के प्रधान इंदरजीत सिंह, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, जसवंत सिंह भूमा, भाजपा के राजकुमार सिंह, कीताडीह गुरुद्वारा कमेटी, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के हरविंदर सिंह देर रात तक मौजूद थे. बलदीप सिंह सहित अन्य ने अपूर्वा व उसके साथियों के खिलाफ मारपीट, चेन छिनतई की लिखित शिकायत की है.
कैसे शुरु हुआ विवाद :शनिवार दोपहर में बलदीप एक्टिवा से जा रहा था. बारिश होने के कारण पानी का कुछ छींटा अपूर्वा यादव को लगा. जिसके बाद दोनों के बीच गाली गलौज शुरू हो गया. अपूर्वा और उसके साथियों ने उस समय बलदीप की पिटाई कर दी. बाद में बलदीप गुरुद्वारा गया, जहां भी कथित रूप से अपूर्वा व उसके साथियों ने उसे पीटा. बलदीप के परिजनों ने अपूर्वा के घर जाकर शिकायत की, तो उसके पिता ने समझौते का आश्वासन दिया. रात 8:30 बजे ललन की दुकान में अपूर्वा और 6-7 युवकों ने ओंकार सिंह और सतनाम को समझौते के लिए बुलाया. जहां उनकी पिटाई कर दी.