जमशेदपुर: सुसाइड की रोकथाम में स्टिगमा (कलंक) एक बड़ा रोड़ा विषय पर टीएमएच ऑडिटोरियम में मंगलवार को मंथन होगा. विश्व सुसाइड प्रीवेंशन डे के अवसर पर जीवन, टीएमएच और रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर द्वारा संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया गया है ताकि विशेषज्ञ जमशेदपुर में सुसाइड के सटीक कारण तलाश कर इसका निवारण भी बताये. सोमवार को जीवन के बिष्टुपुर स्थित कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ महावीर राम और रोटरी क्लब जमशेदपुर के अध्यक्ष डॉ एनसी सिंघल ने कहा कि यह एक बीमारी है जिसे छिपाने से घातक परिणाम होते हैं.
लिहाजा डिप्रेशन की स्थिति में मनोचिकित्सक की सलाह जरूर लें. अभी भी यह स्थिति है कि डिप्रेस्ड लोग अपनी बीमारी को छिपाते हैं. कुछ बातों का पालन नहीं हो रहा है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है. मसलन आइसीएसइ और सीबीएसइ बोर्ड के नॉर्म्स में है कि वे काउंसेलिंग के लिए पेशेवर रखेंगे. इना काम मरीजों को भावनात्मक सपोर्ट देना है.
दिवस के लिए की गयी तैयारियां
डॉ एनसी सिंघल ने बताया कि सुसाइड प्रीवेंशन डे के लिए विशेष तैयारियां की गयी. जिसके तहत शुक्रवार को सुसाइड पर विद्यार्थियों को लिखने का टास्क दिया गया था. इसके अलावा टीएमएच से एक जागरूकता रैली भी निकाली गयी थी. लोयोला स्कूल के विद्यार्थी नुक्कड़ नाटक के जरिये सुसाइड रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलायेंगे. पिछले साल शहर के 15 स्कूलों में यह दिवस मनाया गया.