गम्हरिया: यशपुर गांव के हुंडरूबेड़ा जंगल में हजारों पेड़ काटे जाने की घटना को वन विभाग ने गंभीरता से लिया है. शनिवार को वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश प्रसाद के नेतृत्व में विभाग के कर्मचारी घटना स्थल पर गये और कटे हुए पेड़ों की जांच कर उनकी सूची तैयार की. साथ ही विभाग के अधिकारियों ने जंगल काटने के आरोपियों को चिन्हित किया. उन्हें पकड़ने के लिये छापामारी भी की गयी. श्री प्रसाद के अनुसार वनों का सफाया करना गंभीर मामला है.
इसमें शामिल दोषी व्यक्तियों को बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने बताया कि जंगल काटने वाले व्यक्तियों की शिनाख्त कर ली गयी है. यशपुर गांव के करीब एक दर्जन व्यक्तियों के घरों में वन विभाग की ओर से छापामारी की गयी. छापामारी के क्रम में कई घरों में लकड़ी की पहचान भी की गयी, किंतु ट्रैेक्टर लाने के पूर्व सभी लकड़ी को गायब कर लोग फरार हो गये. वन विभाग करीब एक दर्जन से अधिक व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रहा है. विदित हो कि यशपुर के हुंडरुबेड़ा जंगल से करीब दो हजार से अधिक पेड़ों को की कटाई शुक्रवार को अज्ञात लोगों ने की थी. करीब पांच वर्ष पूर्व वन रक्षा समिति व सामाजिक संगठनों के सहयोग से इस जंगल में करीब पांच हजार पौधे लगाये गये थे. जंगल की रक्षा के लिए ग्रामीण स्तर पर वन रक्षा समिति का गठन किया गया था. समिति के अध्यक्ष रामू मूमरू ने इस मामले जांच की मांग की है तथा वनों की रक्षा के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक करने की विभाग से अपील की है.
ग्रामीणों के साथ बैठक 23 को
वन क्षेत्र पदाधिकारी श्री प्रसाद ने बताया कि 23 मार्च को पूर्वाह्न् 11 बजे ग्रामीणों के साथ बैठक होगी. इसमें वनों की रक्षा का प्रण लिया जायेगा और दोषियों पर कार्रवाई के लिए ग्रामीणों का सहयोग भी लिया जायेगा.