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वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जिले के 32 स्वास्थ्य संस्थानों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गुरुवार को एनक्वास और कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया. यह सम्मान संस्थानों के कर्मचारियों और चिकित्सा अधिकारियों के मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से पूर्वी सिंहभूम के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में दिया गया. सिदगोड़ा टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, राज्य गुणवत्ता कोषांग के नोडल पदाधिकारी डॉ रंजीत प्रसाद, पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया. चयनित स्वास्थ्य संस्थानों ने स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता, संक्रमण नियंत्रण, रोगी केंद्रित देखभाल, कर्मचारियों की दक्षता और संस्थागत प्रक्रियाओं जैसे मापदंडों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. एनक्वास के अलावा कायाकल्प अवॉर्ड, जो सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और संक्रमण नियंत्रण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाया गया था. कार्यक्रम में सभी ब्लॉक के चिकित्सा पदाधिकारी, जिला टीबी पदाधिकारी डॉ जोगेश्वर प्रसाद, जिला लेप्रोसी पदाधिकारी डॉ मृत्युंजय धाउड़िया, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ भुवनेश्वर साह, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, लोक स्वास्थ्य प्रबंधक, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर और अन्य पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थेलक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण : डॉ रंजीत प्रसाद
राज्य गुणवत्ता कोषांग के नोडल पदाधिकारी डॉ रंजीत प्रसाद ने अपने संबोधन में दिसंबर 2025 तक राज्य के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों और चिकित्सा संस्थानों को 100% एनक्वास सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लक्ष्य पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण है. जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी संस्थानों की सराहना की.
पूर्वी सिंहभूम ने कायम की मिसाल : डॉ साहिर पाल
जिले के सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने जिले की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड का पहला एनक्वास सर्टिफाइड सदर अस्पताल, पहला शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दूसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्वी सिंहभूम में ही है. उन्होंने बताया कि आज 20 हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों को कायाकल्प अवार्ड दिया गया है. मुसाबनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कहा कि मुसाबनी एक आकांक्षी ब्लॉक है, जिसमें ज्यादा काम करने की आवश्यकता है. उन्होंने अगले तीन महीनों में कम से कम 10 संस्थानों को एनक्वास सर्टिफिकेशन दिलाने का लक्ष्य रखा है.
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