जमशेदपुर: टाटा स्टील में ग्रेड रीविजन से पहले अंतरिम समझौते का भुगतान कराया जाना चाहिए. यह मांग टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में उठायी गयी. बैठक में कई मुद्दे उठे और अध्यक्ष पीएन सिंह पर ठीक से यूनियन को संचालित नहीं करने का आरोप भी लगाया गया. इस दौरान 32 कमेटी मेंबरों ने अपनी बातें रखीं. उन्होंने तत्काल ग्रेड रीविजन कराने और देर होने की स्थिति में अंतरिम का भुगतान कराने की मांग की. आइबी पर प्वाइंट वैल्यू को बढ़ाने की भी मांग उठी.
कमेटी मेंबरों ने कई विभागों के रीऑर्गेनाइजेशन पर बेनीफिट दिलाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक बार तो जरूर कर्मचारियों को न्यूनतम इंक्रीमेंट दिया जाये. अगर यूनियन सभी बातों पर हामी भरती रहेगी, तो उसका रोल ही खत्म हो जायेगा. कई विभागों का आइबी फ्रीज है. आइबी का भुगतान कराया जाये. टी एवं एनएस ग्रेड कर्मचारियों का समायोजन बेहतर विभागों में करने और कर्मचारी पुत्रों की बहाली की भी मांग उठायी गयी. मीटिंग में सहायक सचिव आरके सिंह ने रिपोर्ट पढ़ कर सुनायी.
‘टीएमएच की सुविधा सुधरे’
कमेटी मीटिंग में टीएमएच की सुविधा में सुधार करने की मांग उठी. कंपनी में भी बेहतर इलाज की व्यवस्था करने की मांग की गयी. प्लांट में ब्लड सुगर, ब्लड प्रेशर का इलाज और दवा का इंतजाम कराने का सुझाव बैठक में दिया गया.
माहौल हुआ गरम
रिक्वीजिशन मीटिंग बुलाये जाने के संबंध में आरएम मिश्र ने पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय पर निशाना साधते हुए कहा कि जब एनजेसीएस से कंपनी को बाहर किया गया, जुस्को बनायी गयी, एनएस ग्रेड लाया गया, तब रिक्वीजिशन मीटिंग क्यों नहीं बुलायी गयी. इस पर सरोज पांडेय ने मोरचा खोल दिया और आरएम मिश्र को बोलने से रोक दिया. इस दौरान माहौल गरम हो गया. अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.
मीटिंग में एमडी के गार्ड!
सूत्रों के मुताबिक कमेटी मीटिंग में एमडी के सुरक्षा गार्ड को तैनात किया गया था. ये लोग बैठक के दौरान हाउस में ही मौजूद थे.