जमशेदपुर: कदमा बाजार में अंगरक्षक के साथ किशोर पांडेय की हत्या मामले में नयी जानकारी मिली है. सूत्रों के अनुसार घटना को अंजाम देने वाले शूटर 10 दिनों से कदमा क्षेत्र में जमे हुए थे.
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार तीन शूटर रोजाना शाम में कदमा सब्जी मंडी (घटना स्थल से 10 से 15 कदम दूर) गांजा पीने के बहाने क्षेत्र की रेकी कर रहे थे. इस दौरान घटना स्थल के नजदीक कृषि मंत्री के कार्यालय की सुरक्षा, शाम के समय बाजार के आसपास चेकिंग प्वाइंट की स्थिति की जानकारी लेने के साथ-साथ घटना के बाद किस ओर से भागना है इसकी भी जानकारी एकत्रित की थी. सूत्रों के अनुसार कदमा क्षेत्र का एक पुराने अपराधी ने तीनों शूटरों को शरण दी थी. वह पुराना अपराधी डकैती की योजना के मामले में सजायाफ्ता है. स्थानीय लोगों के अनुसार तीन युवक बैग में कई पिस्टल एवं डबल बैरल देसी पिस्तौल रखे हुए थे.
लगातार दस दिनों तक कदमा बाजार की रेकी के कारण ही शूटरों को घटना के बाद भागने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई. स्थानीय सूत्रों के अनुसार हो सकता घटना को अंजाम अन्य शूटरों ने दिया हो, लेकिन तीन अपराधी दस दिनों से कदमा बाजार की आकर रेकी कर रहे थे.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार शूटरों को पक्की जानकारी थी कि किशोर पांडेय जमशेदपुर आने के बाद शाम के समय में कदमा बाजार के नजदीक स्थित मीट दुकान में आयेंगे. इसे ध्यान में रखते हुए दस दिनों तक निगरानी की गयी और घटना को अंजाम दिया गया.