जमशेदपुर: अंचल कार्यालय से समय पर जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हो पाने के कारण अनुसूचित जाति के छात्र को जनरल छात्र के रूप में परीक्षा में बैठना पड़ा. सोनारी निवासी सुमित रजक ने टाटा स्टील अप्रेंटिस परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी आवश्यक कागजात के साथ जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था, लेकिन जमीन निबंधन के कागजात में जाति (धोबी) के स्थान पर हिंदू का उल्लेख होने के कारण अंचल कार्यालय ने जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने से मना कर दिया गया.
इस तरह जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाने के कारण सुमित को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया और उसे मजबूरी में अप्रेंटिस परीक्षा में सामान्य कोटि के अभ्यर्थी के रूप में शामिल होना पड़ा.
ज्ञात हो कि डीसी ने पिछले दिनों इस बाबत एक जांच टीम गठित की थी. टीम ने भी जांच के बाद जाति प्रमाण पत्र निर्गत होने में किसी तरह की परेशानी नहीं होने की बात कही थी.
सभी कागजात जमा किये थे : सुमित रजक
सोनारी एमपी रोड नंबर 2 निवासी राम प्रसाद रजक के पुत्र सुमित रजक ने बताया कि उसने 18 जुलाई 14 को अंचल कार्यालय में शिक्षा हेतु जाति प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन दिया था.आवेदन के साथ जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जाति में धोबी अंकित राशन कार्ड, पिता का शपथ पत्र, दादा बाढ़न रजक के नाम पर जमीन का खतियान,रजक समाज जमशेदपुर का पत्र एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी जमा किया था.
ईमानदारी से नहीं हुई जांच
रजक समाज जमशेदपुर के अध्यक्ष गोपाल रजक ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार ईमानदारीपूर्वक जांच की जाती तो छात्र वैधानिक अधिकार से वंचित नहीं हो पाता.