जमशेदपुर: गोवा में हादसे का शिकार जगजीत सिंह अपने माता-पिता को भी बहुत जल्द पुणो में शिफ्ट करने वाला था. परिवार में पुणो जाने का उत्साह था. इसी बीच जगजीत की डूबने से मौत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़ दिया. इसकी जानकारी जगजीत सिंह के पिता दलजीत सिंह ने दी.
पिता ने बताया कि उसे शुरू से ही जमशेदपुर में रहने का मन नहीं था. वह बार-बार कहता था कि पापा मुङो यहां रह कर अपना करियर नहीं बनाना है.
इसी कारण वह जेपीएस स्कूल बारीडीह से 12वीं पास करने के बाद इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए पुणो चला गया. मैकेनिकल संकाय से इंजीनियरिंग डिग्री लेने के बाद पुणो के कॉनवजिर्स लिमिटेड कंपनी में दो वर्ष से काम कर रहा था. पिता दलजीत सिंह ने बताया कि जगजीत पिछले 18 माह से अपने घर जमशेदपुर नहीं आया था. प्रतिदिन रात को फोन कर देर तक वह घर परिवार की बाते करता था. दलजीत सिंह ने बताया कि 22 अगस्त को अखंड पाठ का आयोजन किया गया है. उसके बाद अंतिम अरदास का कार्यक्रम 24 अगस्त को नीम रोड़ स्थित आवास पर किया जायेगा. मौके पर सरदार शैलेंद्र सिंह व सिख समुदाय के कई लोग उपस्थित थे.
माता-पिता के मैरेज एनवर्सरी पर देने वाला था तोहफा.जगजीत की बहन प्रभजोत कौर ने बताया कि वह मम्मी-डैडी के शादी की वर्ष गांठ पर हवाई जहाज से पुणो बुलाने वाला था. जगजीत घूमने के लिए गोवा जाने वाला है. यह केवल उसने मामा के बेटे शमशेर को बताया था. शमशेर दिल्ली में रहता है.