लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड पर नजर है शहर के संदीप की
जमशेदपुरः जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में सिर्फ लोहा ही नहीं पिघलता है, बल्कि यह कला प्रेमियों एवं कलाकारों का शहर माना जाता है.
यहां पैदा हुए कई कलाकारों ने न सिर्फ शहर में रह कर अपनी पहचान बनायी बल्कि देश व विदेशों में भी अपनी धाक जमायी है. वहीं आज भी ऐसे कई कलाकार हैं, जो सही मंच न मिलने के कारण उपेक्षित हैं. ऐसे कलाकारों में एक नाम है संदीप कुमार सिंह का. ओल्ड बाराद्वारी निवासी 30 वर्षीय संदीप की कला देखने के बाद हर कला प्रेमी के मुंह से सिर्फ वाह-वाह ही निकलता है. संदीप पेंटिंग व मूर्तिकला आर्टिस्ट हैं.
चॉक और पेंसिल की नोंक पर संदीप बनाते हैं मूर्ति
बचपन से ही कु छ अलग करने की चाह में संदीप ने चॉक से 1 एमएम(मिली मीटर) एवं 1 एमएम से कम साइज की भगवान गणेश की मूर्ति बनायी है. सिर्फ यही नहीं, पेंसिल की नोंक पर (3 एमएम) रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, जेआरडी टाटा, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, भगत सिंह, एपीजे अब्दुल कलाम,गौतम बुद्ध, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मां दुर्गा और भी अन्य महापुरुषों की मूर्ति तैयार की है.
स्कूल में कंपास से बनायी थी पहली मूर्तित्रट्यूब बारीडीह ब्वायज हाई स्कूल से पढ़े संदीप ने स्कूल में पढ़ाई के दौरान कंपास एवं चॉक से मूर्ति तैयार की थी. बाद में टैगोर अकादमी से मूर्तिकला एवं चित्रांकन में डिप्लोमा कोर्स किया. शिक्षा क्षेत्र में संदीप एमबीए की डिग्री हासिल कर चुके हैं.