जमशेदपुर : भालुबासा पुल के पास निर्मित टीन शेड की दुकानों को कब्जा में लेने के लिए दुकान का ताला तोड़ अपना ताला लगा रही जेएनएसी की उड़नदस्ता टीम को मंगलवार को स्थानीय दुकानदारों के विरोध का समाना करना पड़ा. चुनाव के पहले पूर्व विधायक रघुवर दास के प्रतिनिधि से दुकान की चाबी आवंटित होने की बात कह कर दुकानदार जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति की उड़नदस्ता टीम का विरोध करने लगे.
लगभग आधे घंटे तक भालुबासा चौक के पास अफरा-तफरी मची रही. जांच के उपरांत अतिक्रमण में टूटे दुकानदारों को भालुबासा पुल के पास निर्मित टीन शेड दुकान आवंटित होने का आश्वासन मिलने के बाद दुकानदारों ने दो दिन के अंदर आवंटित दुकान की चाबी और पूर्व में दुकान होने का दस्तावेज जेएनएसी को सौंपने की बात कही.
तब जाकर मामला शांत हुआ. डेढ़ बजे पहुंची थी जेएनएसी की उड़नदस्ता टीम. मंगलवार को दिन के डेढ़ बजे जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति की उड़नदस्ता टीम भालुबासा पुल के पास निर्मित टीन शेड दुकानों को कब्जा लेने पहुंची थी. टीम में सिटी मैनेजर रवि भारती, अंबुज सिंह, सहायक अभियंता शिव पूजन, पीके ठाकुर सहित पुलिस जवान मौजूद थे. टीम ने टीन शेड दुकानों में लगे ताले को तोड़ना शुरू कर दिया.
सूचना मिलते ही भाजपा अनुसूचित जाति के नेता सह दुकानदार पोरेश मुखी के नेतृत्व में आवंटित दुकानदार ताला तोड़ने का विरोध करने लगे. पूर्व विधायक प्रतिनिधि से मिला अावंटन. विरोध करनेवालों का कहना था कि उन्हें रघुवर दास के मुख्यमंत्री रहते उनके प्रतिनिधि ने 25 अक्तूबर 2019 को दुकान की चाबी दी थी.
साल 2016 में अतिक्रमण के नाम पर उनकी दुकानों को तोड़ा गया था. उस समय प्रशासन ने दुकान बनाकर देने की बात कही थी. 46 दुकानदारों को दुकान आवंटित हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि नव निर्वाचित विधायक के समर्थकों ने गलत आवंटन का आरोप लगा राजनीति में दुकान का आवंटन फंसा दिया है.