आदित्यपुर : एनआइटी जामशेदपुर में रोबोटिक्स पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गयी. एआइसीटीइ प्रायोजित ट्रेनिंग एंड लर्निंग एकेडमी प्रोग्राम (एटीएएल) व संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कंप्यूटर सेंटर में आयोजित इस एआइसीटीइ द्वारा अनुमोदित संस्थानों, अनुसंधान विद्वानों और पीजी छात्रों ने भाग लिया. कार्यक्रम के समन्वयक डॉ विजय कुमार दल्ला ने बताया कि इस कोर्स के लिए कार्यशाला में पंजीकृत 247 प्रतिभागियों में से केवल 59 को ही कार्यशाला में भाग लेने की अनुमति मिली.
कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों को रोबोटिक्स के क्षेत्र में हो रही प्रगति की जानकारी देना है. विभागाध्यक्ष डॉ परमानंद कुमार ने उपक्रमों की प्रासंगिकता व महत्व बताया. मुख्य अतिथि भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ देबनिक रॉय ने कहा कि रोबोटिक्स एक उच्च गुणवत्ता वाली तकनीक है. उन्होंने केंद्र में विकसित रोबोटिक प्रणाली के विषय में बताया.
प्रो प्रभा चंद ने कार्यशाला की अध्यक्षता कहा कि कई बार रोबोट खतरे के स्थान पर आसानी से काम कर सकते हैं. इसलिए प्रशिक्षुओं को रोबोट की आभासी तकनीक से अवगत कराया जा रहा है. प्रो एमके अग्रवाल प्रो शैलेंद्र कुमार ने मानवता के लिए रोबोटिक्स के महत्व के बारे में बताया.
गांवों को गोद लेकर किया जायेगा विकास
उन्नत भारत अभियान की हुई समीक्षा
आदित्यपुर. एनआइटी जमशेदपुर में उन्नत भारत अभियान के तहत चल रही गतिविधियों की समीक्षा की गयी. साथ ही भविष्य की कार्य योजना तय की गयी. उक्त अभियान से जुड़े झारखंड के संस्थानों के संयोजकों के इस एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में एनआइटी के अलावा कोल्हान विश्वविद्यालय, रांची विश्वविद्यालय, सिद्धू-कान्हू विश्वविद्यालय, बीआइटी मेसरा आदि के संयोजकों ने भाग लिया.
कार्यक्रम को एनआइटी के निदेशक प्रो केके शुक्ला, आइआइटी दिल्ली के चंद्रभूषण पांडेय, बीआइटी मेसर के राजीव कुमार, एनआइटी के डॉ रंजीत प्रसाद आदि ने संबोधित किया. इस अवसर पर एमटेक व पीएचडी के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. उक्त अभियान में शैक्षणिक संस्थान अपने आसपास के गांव को गोद लेकर उसके विकास की दिशा में काम करते हैं. विदित हो कि पूर्व में संस्थान के आसपास के गांवों के विकास के लिए कदम उठाये गये थे.
