जमशेदपुर : कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर रविवार को बिष्टुपुर स्थित गुजराती सनातन समाज में श्री जलाराम सत्संग मंडल अौर श्री जलाराम कुटी की ओर से संयुक्त रूप से संत जलाराम बापा की 220वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. जलाराम बापा के भजन, महाप्रसाद, शोभायात्रा भक्तों के आकर्षण का केंद्र रही.
दोपहर एक बजे से महाप्रसाद का वितरण किया गया. संध्या में जलाराम मंदिर में सामूहिक आरती की गयी. इस दौरान पूजन स्थल पर अोम जलाराम जय जलाराम, हे गोविंद हे गोपाल…, बापा सुन दुख हमारा….जैसे भजन गूंजते रहे. इस अवसर पर 43वां जलाराम महोत्सव आयोजित हुआ. बतौर विशिष्ट अतिथि राजन भाई कमानी उपस्थित रहे. सुबह साढ़े छह बजे भव्य नगर संकीर्तन निकला.
जिसमें समाज की करीब 150 महिलाएं एवं कन्याएं सिर पर कलश लिये पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुईं. बच्चे जलाराम बप्पा के वेश में तो बालिकाएं बीराबाई के रूप में शोभायात्रा में आगे-आगे चल रही थीं. शोभायात्रा गुजराती सनातन समाज में पहुंचने पर बापा की भव्य आरती की गयी. साढ़े तीन हजार से अधिक लोगों ने किया प्रसाद ग्रहण.
करीब साढ़े तीन हजार भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया. 1800 भक्त टिफिन में प्रसाद लेकर गये. शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम व पुरस्कार वितरण किया गया. बच्चों ने डांडिया, रास आदि की प्रस्तुति दी. इस उपलक्ष्य में आयोजित चित्रांकन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया.