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झारखंड-बंगाल के युवकों को आतंकी ट्रेनिंग के लिए भेजता था पाक, अलकायदा आतंकी कलीमुद्दीन जमशेदपुर से गिरफ्तार
रांची : प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट का मोस्टवांटेड आतंकवादी मो कलीमुद्दीन मुजाहिरी को एटीएस ने जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया. वह करीब तीन वर्षों से फरार था. उसकी गिरफ्तारी टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से हुई है. पेशे से मौलवी कलीमुद्दीन जमशेदपुर के आजादनगर मानगो मुहल्ला स्थित घर में मदरसा भी चलाता […]
रांची : प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट का मोस्टवांटेड आतंकवादी मो कलीमुद्दीन मुजाहिरी को एटीएस ने जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया. वह करीब तीन वर्षों से फरार था. उसकी गिरफ्तारी टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से हुई है. पेशे से मौलवी कलीमुद्दीन जमशेदपुर के आजादनगर मानगो मुहल्ला स्थित घर में मदरसा भी चलाता था.
मूलत: वह रांची के चान्हो के रड़गांव का रहनेवाला था. यह जानकारी रविवार को एटीएस कार्यालय में एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा व एसपी ए विजयालक्ष्मी ने दी. उन्होंने बताया कि वह 21 सितंबर को अपने परिवार से मिलने जमशेदपुर आया था. इसी सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि वह झारखंड और पश्चिम बंगाल के युवकों की जेहाद की ट्रेनिंग देता था. कलीमुद्दीन का कनेक्शन विदेशी आतंकवादी संगठन से रहा था या नहीं. इस बिंदु पर जानकारी एकत्र करने के लिए पुलिस एनआइए और आइबी का सहयोग भी लेगी.
एटीएस की कार्रवाई : तीन वर्षों से था फरार, अपने परिवार से मिलने आया था आजादनगर
कटकी ने लिया था कलीमुद्दीन का नाम
एटीएस एसपी विजयालक्ष्मी ने कहा कि गिरफ्तार आतंकी कटकी के स्वीकारोक्ति बयान में कलीमुद्दीन का नाम सामने आया था. कटकी ने बताया था कि वह इस्टर्न रिजन का प्रभारी है. उसका मुख्य कार्यक्षेत्र झारखंड, बिहार और बंगाल था. इसके बाद कलीमुद्दीन के खिलाफ 25 जनवरी 2016 को बिष्टुपुर थाना में केस दर्ज हुआ था. वर्ष 2017 में उसके घर की कुर्की- जब्ती भी हुई थी. एसपी ने कहा कि उसने किन आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है. इसके बारे में एटीएस सत्यापन कर रही है. कलीमुद्दीन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.
झारखंड और पश्चिम बंगाल के युवकों को देता था ट्रेनिंग
एसपी ए विजयालक्ष्मी के अनुसार, कलीमुद्दीन ने पूछताछ में पश्चिम बंगाल और झारखंड के युवकों से संपर्क होने की जानकारी दी है. उसका मुख्य काम जेहाद व आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए युवाओं को प्रेरित करना था.
वह इन्हें ट्रेनिंग भी देता था. वह देश के बाहर विशेष कर पाकिस्तान में चल रहे आतंकी प्रशिक्षण शिविर में भी युवाओं को ट्रेनिंग के लिए भेजता था. पूछताछ में कलीमुद्दीन ने झारखंड के कुछ लोगों के नाम की भी जानकारी दी है. सत्यापन के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. झारखंड के कितने युवकों से कलीमुद्दीन का संपर्क था. उसके कौन -कौन सहयोगी थे. इस संबंध में उन्होंने कुछ नहीं कहा.
विदेश तक जा चुका है कलीमुद्दीन
एडीजी मुरारी लाल मीणा ने बताया कि मो कलीमुद्दीन आतंकवादी गतिविधियों व घटनाओं को अंजाम देने के लिए कई राज्यों के अलावा विदेश तक जा चुका है. वह आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, उत्तर प्रदेश के अलावा सउदी अरब, अफ्रीका और बांग्लादेश की यात्रा भी कर चुका है.
आतंकी कलीमुद्दीन के सहयोगी
मो अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, वर्तमान में तिहाड़ जेल दिल्ली में
अब्दुल सामी उर्फ उजैर उर्फ हसन तिहाड़ जेल (दिल्ली) में न्यायिक हिरासत में है
अहमद मसूद अकरम उर्फ मसूद उर्फ मोनू जमशेदपुर जेल में न्यायिक हिरासत में है
राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में न्यायिक हिरासत में है
जिशान हैदर तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में है
मेडिकल जांच के बाद कलीमुद्दीन भेजा गया जेल
कलीमुद्दीन से पूछताछ के बाद एटीएस की टीम उसे लेकर जमशेदपुर पहुंची. उसे मेडिकल जांच के लिए एमजीएम अस्पताल ले जाया गया. मेडिकल जांच के बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में घाघीडीह जेल भेज दिया गया. एटीएस डीएसपी अवध यादव की देख रेख में उसे जमशेदपुर ले जाया गया था. इस दौरान कलीमुद्दीन से किसी को मिलने नहीं दिया गया.
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