जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन में ग्रेड में हो रही देरी व एनजेसीएस के बाद जारी हुए परचे को लेकर पक्ष-विपक्ष की राजनीति तेज हो गयी है. इसे लेकर पीएन सिंह के समर्थक व विपक्षी नेता रघुनाथ पांडेय के समर्थकों की बैठक व बयानबाजी प्रारंभ हो गयी.
समझौता का दारोमदार अध्यक्ष पर : नीतेश-बी बी सिंह. पीएन सिंह समर्थक टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबर नीतेश राज और बी बी सिंह ने कहा है कि एनजेसीएस के हटने के बाद हुए ग्रेड में पीएन सिंह का हस्ताक्षर दिखाकर कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है. किसी भी समझौते के बाद जारी होने वाले परचे की भाषा अमूनन यही रहती है. किसी भी अच्छे या खराब समझौते के लिए अध्यक्ष ही जिम्मेवार होते हैं इसलिए जुस्को के गठन के बाद आरबीबी सिंह को कर्मचारियों ने हटा दिया था पर साथ में हस्ताक्षर करने वाले रघुनाथ पांडेय को अध्यक्ष बनाया. उन्होंने कहा कि कर्मचारी महसूस करते हैं कि यदि 2010 के फाइनल समझौते में पीएन सिंह सुपरवाइजर यूनिट के सचिव रहते तो पैराग्राफ जिसमें लिखा है कि आगे एनजेसीएस से कोई मतलब नहीं रहेगा को किसी भी कीमत पर पीएन सिंह स्वीकार नहीं करते.
पीएन सिंह अपनी विफलता रहे : विपक्ष. टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबरों की बैठक में कमेटी मेंबरों ने कहा कि पीएन सिंह ने पहले परचा जारी कर एनजेसीएस से अलग होकर किये गये ग्रेड को ऐतिहासिक बताते हुए कर्मचारियों को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी थी पर अब अपनी विफलता छिपाने के लिए पिछले नेतृत्व को कोसने के साथ ही एनजेसीएस से अलग होने के कारण ग्रेड नहीं होने का अफवाह फैला रहे हैं. बैठक में सीडी मिश्र, पीके दास, गिरीश, रमेश कुमार, गुरुचरण सिंह, मंगलेश्वर सिंह, जीबी रमणा समेत अन्य कमेटी मेंबर शामिल थे.