जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के साथ जेनेटिक तथा रक्त संबंधी रोगों की जांच, इलाज, शोध व सर्वे किये जायेंगे. इसके लिए कॉलेज में मल्टी डिसीप्लिनरी रिसर्च सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है. पूरे देश में 17 मेडिकल कॉलेज इसके लिए चिन्हित किये गये हैं. इसमें एमजीएम अस्पताल भी शामिल है.
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एएन मिश्र ने बताया कि रिसर्च सेंटर के लिए 300 वर्ग मीटर का भवन तैयार हो चुका है. इसमें लगने वाले उपकरण, स्टाफ, बिजली की व्यवस्था की जा रही है. भवन में डॉक्टरों की एक टीम किसी भी रोग पर शोध करेगी. सेंटर के अंतर्गत जेनेटिक विंग और हीमोग्लोबिन पैथो लैब खोला जायेगा. उन्होंने बताया कि इन इलाकों में बिरहोर, सबर जैसी आदिम जनजातियों के लोग ज्यादा पाये जाते हैं. उनकी संख्या काफी कम होती जा रही है.
उन्हें कैसे बचाया जाये, इस पर इस सेंटर में काम होगा. कॉलेज के सभी छात्र व प्रोफेसर उन लोगों की जेनेटिक बीमारियों, थैलेसीमिया, हीमोग्लोबिन, टीबी जैसी बीमारियों का पता लगा कर उसका निदान करेंगे. देश में सबसे पहले एमजीएम अस्पताल में इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है, इसे देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने एमजीएम अस्पताल की प्रशंसा की है.