कार्तिक मुंडा की हत्या की साजिश का खुलासा, दो गिरफ्तार, हथियार बरामद
जमशेदपुर : मानगो में परमजीत गिरोह के सक्रिय सदस्य कार्तिक मुंडा की हत्या की साजिश को जिला पुलिस की टीम ने विफल कर दिया है. पुलिस ने कार्तिक की हत्या करने के लिए अपना बसेरा अपार्टमेंट मंगोलिया ब्लॉक गौड़ बस्ती में ठहरे दो शूटर सम्राट मंडल (बिरसानगर) तथा रवि प्रकाश राय (सिदगोड़ा) को गिरफ्तार किया है. तलाशी में दोनों के पास 7.65 का लोडेड देसी पिस्टल तथा तीन जिंदा कारतूस (7.65) जब्त किया है.
दोनों जेल में अखिलेश सिंह गिरोह के सदस्य कन्हैया सिंह के इशारे पर कार्तिक की हत्या करने आये थे. कन्हैया सिंह कोर्ट में मारपीट मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर जेल गया है. दोनों के खिलाफ मानगो थाना में मामला दर्ज किया गया है. इसकी जानकारी एसएसपी एवी होमकर ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को दी. उन्होंने कहा कि सम्राट मंडल पूर्व में सिदगोड़ा से चोरी और सोनारी से आर्म्स एक्ट में जेल गया था. सूचना के बाद मानगो थाना प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद, उलीडीह थाना प्रभारी सुषमा कुमारी, गोलमुरी थाना प्रभारी नेहालुद्दीन के नेतृत्व में टीम गठित कर छापामारी की गयी. इस मौके पर डीएसपी पटमदा अमित कुमार भी मौजूद थे.
बक्सर में कन्हैया ने एक पार्टी के नेता से मिलकर हथियार दिलवाये. कन्हैया सिंह ने कार्तिक मुंडा की हत्या के लिए एक सप्ताह पूर्व सम्राट मंडल और रवि प्रकाश राय को बक्सर ले गया था. बक्सर में एक पार्टी के नेता से दोनों को हथियार उपलब्ध कराया. कार्तिक की हत्या कब और कहां करनी है इसकी योजना बक्सर में कन्हैया ने बनायी थी. दोनों को हथियार मुहैया कराने के बाद कन्हैया सिंह शहर आ गया और सरेंडर कर जेल चला गया.
जेल में रहते ही होनी थी हत्या. एसएसपी ने बताया कि कन्हैया सिंह ने जेल में रहने के दौरान ही कार्तिक मुंडा की हत्या करना सुनिश्चित किया था. इससे पुलिस को भी कन्हैया सिंह पर संदेह नहीं होता.
बिल्डरों की लिस्ट भी तैयार कर ली थी. कार्तिक मुंडा की हत्या करने के बाद शहर में दहशत पैदा कर दोनों शूटर कन्हैया सिंह के इशारे पर मानगो व शहर के अन्य बिल्डरों से रंगदारी वसूलने की योजना बनायी थी. कई बिल्डरों का नाम गिरफ्तार दोनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है.
कारोबार को लेकर रची हत्या की साजिश. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बिरसानगर में कार्तिक मुंडा से कारोबार को लेकर विवाद था. कन्हैया सिंह गिट्टी और बालू का कारोबार का जाल बिछाना चाहता था. कार्तिक मुंडा उसमें बाधक बन रहा था. इस वजह से कन्हैया सिंह ने उसकी हत्या की योजना रची.
सम्राट पहले परमजीत गिरोह का सदस्य था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार सम्राट पहले परमजीत गिरोह का सक्रिय सदस्य था. परमजीत की हत्या के बाद अखिलेश गैंग में शामिल हो गया. सीतारामडेरा पुलिस ने कुछ दिनों पहले कोर्ट परिसर में हुई मारपीट की घटना में सम्राट को हिरासत में लिया था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया था.