जमशेदपुर: हवाई सेवा देने वाली कंपनियों और एविएशन सेक्टर में आये सुधार के बाद पायलटों की बहाली का रास्ता साफ हो गया है. देश की बड़ी एयरलाइंस कंपनियों ने जमशेदपुर (सोनारी एयरपोर्ट) में ट्रेनिंग प्राप्त किये पायलटों को बहाल किया है.
इनमें कई निजी और भारत सरकार के संयुक्त उपक्रम वाली हवाई सेवा कंपनियां हैं. पूर्वोत्तर भारत का एक मात्र पायलट ट्रेनिंग स्कूल अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (बिहार के सरकारी पायलट ट्रेनिंग स्कूल छोड़कर) में इनकी ट्रेनिंग हुई है. इसके लिए संस्थान सहित खुद छात्रों ने भी पहल की है. ज्ञात हो कि पिछले दो साल से हवाई सेवा देने वाली कंपनियों की स्थिति काफी खराब थी. एयर एशिया में भी कई लोगों का चयन होने जा रहा है.
फीडर रूट पर हवाई सेवा की मिलेगी इजाजत: डायरेक्टर जेनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) और भारत सरकार के नागर विमानन विभाग ने संयुक्त रूप से तय किया है कि बिहार-झारखंड सहित पूर्वोत्तर भारत और पर्यटन क्षेत्र में फीडर रूट पर हवाई सेवा की इजाजत दी जायेगी. इसके लिए नया लाइसेंस शुरू किया जा रहा है, ताकि छोटे शहरों को बड़े शहरों से जोड़ा जायेगा. यहीं वजह है कि एक बार फिर से पायलट की नौकरी में बूम आ जायेगा.