जमशेदपुर :पश्चिम बंगाल के एक ईंट-भट्टा मालिक को अपनी दो नाबालिग बेटियां बेचने के आरोप से एक गरीब दंपती ने इनकार किया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटियां बेचीं नहीं बल्कि देखभाल करने के लिए छोड़ीं हैं ताकि उनका परिवार बच्चियों का खयाल रख सके.
मीडिया में कुछ खबरें आई थी कि जिले के जगन्नाथपुर उप संभाग के तोरनघाटू गांव के एक आदिवासी दंपती ने तीन वर्ष पहले अपनी दो नाबालिग बेटियां 1,500-1,500 रूपए में हावड़ा के एक ईंट-भट्टा व्यापारी को बेच दीं. पश्चिम बंगाल के सिंहभूम जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
जगन्नाथपुर के उप संभागीय पुलिस अधिकारी प्रभात रंजन बारवार ने बताया कि पुलिस के एक दल ने गांव में सोमवार को उस दंपती से मुलाकात की. लड़कियों का पता लगाने के लिए मंगलवार को एक दल हावड़ा जाएगा. बारवार ने कहा कि हावड़ा के ईंट-भट्टे में काम करने वाले इस दंपती ने पुलिस को बताया कि पहले तो उन्होंने एक बेटी को मालिक के पास रखा था ताकि उसकी उचित देखभाल हो सके. गांव लौटने के बाद उन्होंने अपनी दूसरी बेटी को भी वहां भेजने का निर्णय किया.
जगन्नाथपुर की उप संभागीय अधिकारी स्मृता कुमारी ने सोमवार को बताया कि संबद्ध विकास खंड अधिकारी और पुलिस को घटना की जांच कर जल्द रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है.