जमशेदपुर: टाटा स्टील में एनजेसीएस की तर्ज पर एलाउंस नहीं बढ़ सकेगा. टाटा स्टील का जो तरीका है, उसी तरीके से ही वेज रिवीजन का समझौता होगा, जिसमें एलाउंस तय होगा. बताया जाता है कि सोमवार को हुई मीटिंग के दौरान यह भी तय कर दिया गया कि एलाउंस को ज्यादा बढ़ाया नहीं जा सकता है या एनजेसीएस की तर्ज पर नहीं किया जा सकता है.
एनजेसीएस में कर्मचारियों को नये बेसिक का छह फीसदी एलाउंस के मद में राशि दे दी गयी है. अलग-अलग एलाउंस का अलग-अलग बढ़ोतरी नहीं तय की गयी है. लेकिन टाटा स्टील में अलग-अलग एलाउंस को अलग-अलग ही रखा जायेगा, यह भी तय हो चुका है. एलाउंस पर ही बात आकर रुकी हुई है. इसको लेकर भी यूनियन दबाव बना रही है कि उसके तर्ज पर ही यह भी मिल जाये, लेकिन यह तय नहीं हुआ है. समय पांच साल, एमजीबी 17 फीसदी को लेकर लगभग शर्तो के साथ सहमति बनी है. सिर्फ डीए के समायोजन पर बात चल रही है.
ग्रेड रिवीजन को ले अध्यक्ष पर जताया भरोसा
टाटा स्टील के एक सौ कर्मचारियों ने अध्यक्ष पीएन सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात कर वेज रिवीजन पर अध्यक्ष स्टैंड के प्रति विश्वास जताया कहा कि पिछले अध्यक्ष का कार्यकाल 2006 से 2012 में हुए गलत समझौता का खामियाजा सारे लोग भुगत रहे हैं, वैसा कुछ दबाव में आकर न करें. अध्यक्ष ने भरोसा जताया कि वे वैसा कोई समझौता नहीं करेंगे, जिससे कर्मचारियों को नुकसान हो. इस मीटिंग में शशांक मंजर, मनोरंजन कुमार, दीपराज रजक, संतोष कुमार सिंह, राजेश कुमार, संजय कुमार सिंह और अजय चौधरी ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि ग्रेड में सभी कर्मचारियों का एनएस ग्रेड समेत सभी का पूरा ध्यान रखा जाये.
विपक्ष का दबाव काम आ रहा : अशोक सिंह
टाटा स्टील के कर्मचारी अशोक सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर विपक्ष के प्रति आभार जताया है. उन्होंने कहा है कि विपक्ष के दबाव के कारण ही कर्मचारियों का इतने दिनों से लंबित वेज रिवीजन समझौता होने जा रहा है.