शिक्षा सचिव के आदेश पर पूर्वी सिंहभूम में किये सत्यापन से पकड़ी गयी गड़बड़ी
जमशेदपुर : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आयोजित आठवीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्रों की संख्या में आये अंतर का मामला बुधवार को सुलझ गया. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव अमरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देश पर बुधवार को जिला स्तर पर कराये गये सत्यापन में सच सामने आया. पता चला कि राज्य कार्यालय ने पहले दिन ही गलत आंकड़ा दर्ज किया था.
जिला व रांची कार्यालयों के बीच समन्वय की कमी के कारण छात्रों की संख्या में अंतर आ रहा था. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के अनुसार पहले दिन हिंदी विषय में कुल 29,830 छात्रों ने परीक्षा दी. रांची में डाटा एंट्री में इसे 25,814 दर्ज किया. दूसरे और तीसरे दिन छात्रों की संख्या 29,830 दर्ज की गयी.
इस कारण पहले, दूसरे व तीसरे दिन परीक्षार्थियों का अंतर 4016 हो गया. एक ही दिन में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी पर जैक व मानव संसाधन विकास विभाग ने जांच का निर्देश दिया. जांच में पता चला कि संख्या में कोई बढ़ोत्तरी अथवा कमी नहीं हुई है. डीएसइ कार्यालय ने तीन दिन में भेजी रिपोर्ट के आधार पर राज्य कार्यालय को स्थिति से अवगत कराया है.
हमने अपने स्तर से मामले की पड़ताल की है. आंकड़े में कहीं कोई गड़बड़ी जिला स्तर से नहीं हुई है. इससे मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है.
बांके बिहारी सिंह, जिला शिक्षा अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूम