चेयरमैन धनबाद डीआरएम ऑफिस के सभागार में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. मौके पर डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी, उज्ज्वल आनंद, सीनियर डीसीएम आशीष कुमार समेत अन्य सीनियर अधिकारी मौजूद थे. चेयरमैन ने कहा कि पिछले साल की तुलना में 30 नवंबर तक रेल दुर्घटनाओ में 40 प्रतिशत तक की कमी आयी है. इसका मुख्य कारण सुरक्षा पर विशेष जोर है. रेल दुर्घटनाओ में कमी होने के पीछे रेलवे ट्रैकों का युद्धस्तर पर मेंटेनेंस करना और पुराने ट्रैक की जगह पर नयी रेल लाइन बिछाना है.
रेलवे का मुख्य फोकस दुर्घटनाओं को नियंत्रित करना है. रेल दुघटनाओं को रोकने को लेकर रेलवे की ओर से अधिकरियों कोे विशेष निर्देश जारी किये गये हैं. सुरक्षा में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी. असुरक्षा के बीच ट्रेनों का परिचालन नहीं होगा. फॉग के कारण अभी ट्रेन लेट हो रही है. इसमें तो प्लेन भी कैंसिल होती है.
चेयरमैन ने कहा कि वर्ष 2018 की अप्रैल के बाद से पुराने डिजाइन के कोचों का निर्माण नहीं होगा. सिर्फ नयी डिजाइन की एलएसबी कोच ही बनेगी. यह सुरक्षा व आराम की दृष्टि से यात्रियों के लिए बेहतर है. सभी रेलवे रूट पर हाइ स्पीड ट्रेन चलायी जायेगी. हाईस्पीड ट्रेनों के परिचालन के लिए ही फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है. अभी दिल्ली आगरा रेल खंड पर 160 किलोमिटर प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेन चल रही है. रेलवे का प्रयास है कि सभी रूट पर हाई स्पीड ट्रेनों का परिचालन हो सके. एक सवाल के जवाब में चेयरमैन ने कहा कि फिलहाल घने कोहरे और ट्रैक के मेंटेनेंस के कारण ट्रेनें लेट हो रही हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी की ट्रैक मेंटेनेंस का काम पूरा होने के बाद रेल गाड़ियों का परिचालन नियमित समय पर होने लगेगा. प्रतिदिन 12 लाख यात्रियों को अच्छा खाना मिले, इसके लिए रेलवे ई- कैटरिंग पर जोर दे रही है. मिनी मिल्स पर जोर दिया जा रहा है. खान-पान सुधार की बेहतर व्यवस्था के लिए कई कदम उठायें गये हैं. धनबाद में बेस किचेन बनाया जायेगा. यात्रियों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए भी ठोस उपाय किये जा रहे हैं. रेलवे की ओर से जो भी कदम उठाये जा रहे हैं, उसके दुरगामी सार्थक परिणाम सामने आयेंगे. आरआरबी के आदेश पर कहा कि फ्लैक्सी कमेटी के रिपोर्ट के बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा.