Advertisement
छह वर्ष बाद बच्चों के साथ लौटी मंजू
पटमदा. बोड़ाम के पगदा गांव में रविवार को खुशियां बरस पड़ी. गांव की एक बेटी के छह वर्ष पूर्व गुम होने के बाद लोग मृत मान लिया था, उसके अचानक बच्चों के साथ पहुंचते ही पूरा गांव रो पड़ा. पगदा के आनंद महतो की बेटी मंजू (20) को गांव में आने वाले साधु ने छह […]
पटमदा. बोड़ाम के पगदा गांव में रविवार को खुशियां बरस पड़ी. गांव की एक बेटी के छह वर्ष पूर्व गुम होने के बाद लोग मृत मान लिया था, उसके अचानक बच्चों के साथ पहुंचते ही पूरा गांव रो पड़ा. पगदा के आनंद महतो की बेटी मंजू (20) को गांव में आने वाले साधु ने छह वर्ष पूर्व बहला-फुसला कर मध्यप्रदेश के दमोह जिला के बढ़वा गांव में ले जाकर एक सेठ को 50 हजार रुपये में बेच दिया था. घटना जुलाई 2011 की है. रविवार को मंजू अचानक दो बच्चे व देवर के साथ गांव पहुंची. मंजू मध्यप्रदेश के जैन परिवार में है. उनका पांच वर्ष का एक बेटा व तीन वर्ष का बेटी है. इस मामले को लेकर गांव में सोमवार को पंचायती भी की गयी.
एमपी में जमशेदपुर की अौर भी कई लड़कियां है : मंजू
मंजू ने अपने परिवार समेत गांव के समक्ष बताया कि जुलाई 2011 में उसे गाड़ी से बैठा कर गांव के सुकुमार बेसरा ने मानगो बस स्टैंड पहुंचाया था, जहां साधु पहले से तैयार था. इसके बाद सुकुमार बेसरा घर लौट गये. साधु ने उसे रेलवे स्टेशन जमशेदपुर में ट्रेन पर बैठा कर मध्यप्रदेश के दमोह जिला के बढ़वा गांव ले गये अौर रतु जैन सेठ के यहां 50 हजार रुपये में बेच कर फरार हो गये. रतु ने कुछ दिनों तक उसे साथ रखने के बाद उसकी शादी गांव के ही मुकेश जैन से करवा दी. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लड़कियों की संख्या कम होने के कारण जमशेदपुर से लड़कियां ले जाकर वहां बेची जाती है.
मुझे नहीं पता कि मंजू किसके साथ गयी : सुकुमार
पगदा गांव निवासी सह झामुमो नेता सुकुमार बेसरा ने बताया कि उसे नहीं पता कि मंजू किसके साथ व कहां गयी थी. मंजू उसे डिमना चौक पर मिली थी अौर बस स्टैंड तक छोड़ने के लिये कहा था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement