जमशेदपुर. बागबेड़ा स्थित बड़ौदा घाट में नहाने के दौरान डूबे बजरंग टेकरी निवासी आयुष चौधरी के साथ उसके दो दोस्त ऋषभ और हिमांशु भी पानी में डूब रहे थे, लेकिन उन्हें वहां नहा रहे मनीष कुमार गुप्ता ने बचा लिया. मौत के मुंह से बचकर लौटे हिमांशु ने पूरा घटनाक्रम बताया, वहीं ऋषभ ज्यादा कुछ […]
जमशेदपुर. बागबेड़ा स्थित बड़ौदा घाट में नहाने के दौरान डूबे बजरंग टेकरी निवासी आयुष चौधरी के साथ उसके दो दोस्त ऋषभ और हिमांशु भी पानी में डूब रहे थे, लेकिन उन्हें वहां नहा रहे मनीष कुमार गुप्ता ने बचा लिया. मौत के मुंह से बचकर लौटे हिमांशु ने पूरा घटनाक्रम बताया, वहीं ऋषभ ज्यादा कुछ बता नहीं पाया. नौ वर्षीय हिमांशु कुमार ने बताया कि प्रत्येक रविवार को स्कूल की छुट्टी होने पर बजरंगी मैदान में वह (हिमांशु), ऋभष, सूरज तथा आयुष किक्रेट खेलने जाते थे.
इस रविवार को सुबह सात बजे ऋभष घर पर बुलाने आया. इसके वह दोनों आयुष के घर गया और फिर उसको साथ लेकर सूरज के घर होते हुए बजरंगी मैदान की तरफ गये. वहां क्रिकेट खेलने के बाद आयुष नदी में नहाने की बात बोलकर सभी को बड़ौदा घाट ले गया. सूरज नदी में जाने से डरने लगा. इसके बाद सभी ने कपड़े उतारे और सूरज कोदे दिये. सबसे पहले नदी में ऋभष उतरा.
वह डूबने लगा, उसे बचाने के लिये आयुष गया तो वह भी डूबने लगा. आयुष के हाथ पकड़ने के प्रयास में वह भी डूब गया. इसके बाद उसे कुछ समझ नहीं आया. वह नदी की धारा में बह रहा था. इस बीच एक अंकल ने उसके सिर का बाल कपड़ कर बचा लिया. उसी अंकल ने ऋभष को भी बचाया. अंकल ने आयुष को बचाने का प्रयास किया था, लेकिन वह नदी में बीच में जाने के बाद चट्टान को पार कर आगे निकल गया. इसके बाद अंकल तीनों को बाइक से घर आकर छोड़े.
ऋषभ पांच घंटे तक घर में पलंग पर लेटा रहा
नदी में डूबने के दौरान ऋभष (8) को बचा लिया गया. डूबने के क्रम में उसको माथे पर हल्की चोट लगी है. ऋभष घटना के बाद इतना सहम गया कि वह पांच घंटे तक वह पलंग पर चुपचाप लेटा रहा. कोई भी उससे कुछ पूछता तो वह उनकी बातों का जवाब नहीं दे रहा था. सिर्फ इतना ही कहता था कि वह अब नदी में नहाने कभी नहीं जायेगा. वह सिर्फ इतना ही जानता है कि नदी में नहाने दोस्तों के साथ गया था. वह कैसे डूबा और उसे किसने बचाया, उसे कुछ नहीं मालूम.