कहा गया कि टाटानगर से टाटा-गुवा डीएमयू सुबह में खुलने से कोल्हान-लोहांचल के हजारों रेलयात्री आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का लाभ उठा सकेंगे. इससे रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी. अभी ट्रेन को वापसी में घाटा उठाना पड़ रहा है. डीआरएम को कोल्हान-लोहांचल रेलखंड से संबंधित 16 सूत्री मांगपत्र सौंपा.
खरसावां-चाईबासा-क्योंझर रेलखंड में और यात्री ट्रेनें चलाने की मांग की. कहा गया कि देशभर में सबसे ज्यादा राजस्व देने के बावजूद रेल मंत्रालय इस क्षेत्र की उपेक्षा कर रहा है. वर्तमान में यह गाड़ी गुवा से टाटा के लिए शाम 6.55 बजे खुलती है और टाटा 10.30 में पहुंचती है. वहीं टाटा से यह गाड़ी दोपहर 3.15 में खुलकर गुवा शाम 6.40 बजे में पहुंचती है. वहीं दूसरी ओर चेंबर ने जनशताब्दी ट्रेन में 12.30 बजे के बाद टिकट नहीं मिलने का मामला उठाया.