पिछले साल भी पूजा के पहले बोनस समझौता नहीं होने पर प्रबंधन ने कर्मचारियों के एकाउंट में एडवांस राशि भेज दिया था. इधर बोनस समझौता में विलंब होने से कर्मचारियों में आक्रोश देखा जा रहा है. प्रबंधन यूनियन के बीच नये फॉर्मूला को लेकर जिच कायम है. इससे बोनस वार्ता पर सहमति नहीं बन पा रहा है. प्रबंधन क्वालिटी, सेफ्टी, ऑन टाइम डिलीवरी, स्क्रैप सहित आठ बिंदुओं पर फार्मूला बनाने का प्रस्ताव यूनियन को दिया है. यूनियन नेतृत्व सेफ्टी सहित पांच बिंदुओं पर फाॅर्मूला बनाने की मांग पर अड़ा है.
यूनियन सूत्रों की माने तो बोनस के नये फाॅर्मूले के कारण बोनस समझौता नहीं पा रहा है. कंपनी को 138 करोड़ का मुनाफा होने के बावजूद 260 कर्मचारियों को अब तक बोनस नहीं मिल पाया है, जबकि शहर की अधिकतर छोटी-बड़ी कंपनियों में बोनस समझौता हो चुका है.