जमशेदपुर: यूएस की तर्ज पर कोल्हान के कॉलेजों में भी कम्युनिटी कॉलेज की अवधारणा धरातल पर उतरने लगी है. कम्युनिटी कॉलेज की शुरुआत यूजीसी के मार्गदर्शन में की जा रही है, जिसके तहत परंपरागत बीए, बीकॉम व बीएससी से हट कर कौशल विकास के पाठय़क्रम संचालित होंगे.
इसमें छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर एडवांस डिप्लोमा तक की शिक्षा दी जायेगी. फिलहाल चाईबासा स्थित टाटा कॉलेज में फिलहाल माइनिंग में छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा रहा है. इसमें 50 सीटें हैं, जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जायेगी.
उपस्थिति पर स्कॉलरशिप
कम्युनिटी कॉलेज में इंटर पास विद्यार्थियों के लिए कोर्स संचालित होंगे. यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार इस कोर्स के विद्यार्थियों के लिए प्रतिमाह एक हजार रुपये तक की स्कॉलरशिप का भी प्रावधान है. लेकिन इसके लिए क्लास में उपस्थिति अनिवार्य होगी. कोर्स फीस का निर्धारण भी इस तरह किया जाना है, जिसे मध्यम व गरीब तबके के विद्यार्थी भी वहन कर सकें.
क्या है कम्युनिटी कॉलेज
कम्युनिटी कॉलेज विश्वविद्यालय अंगीभूत, नवांगीभूत या संबद्ध कॉलेजों में ही संचालित होंगे. इसके संचालन के लिए संबंधित कॉलेज अलग से एक बोर्ड का गठन करेगा. कम्युनिटी कॉलेज में आसपास में स्थित इंडस्ट्री, माइंस व संसाधनों के आधार पर कोर्स संचालित किये जायेंगे, ताकि उसके अनुरूप कुशल मानव संसाधन तैयार हो सके. शिक्षक-प्रशिक्षक भी संबंधित इंडस्ट्री से ही होंगे.