आदित्यपुर: उद्यमी श्रम विभाग के पोर्टल श्रमाधान में दी गयी ऑनलाइन सुविधाओं का इस्तेमाल करें. इसे इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उद्योगों के लाभ के लिए बनाया गया है. इसमें प्रतिदिन कई नयी-नयी सुविधाओं को शामिल किया जा रहा है. उक्त बातें श्रम विभाग द्वारा एसिया भवन में आयोजित कार्यशाला में उप श्रमायुक्त कोल्हान […]
आदित्यपुर: उद्यमी श्रम विभाग के पोर्टल श्रमाधान में दी गयी ऑनलाइन सुविधाओं का इस्तेमाल करें. इसे इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उद्योगों के लाभ के लिए बनाया गया है. इसमें प्रतिदिन कई नयी-नयी सुविधाओं को शामिल किया जा रहा है. उक्त बातें श्रम विभाग द्वारा एसिया भवन में आयोजित कार्यशाला में उप श्रमायुक्त कोल्हान राकेश प्रसाद ने उद्यमियों से कही. उन्होंने पोर्टल के अधिक से अधिक उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इसकी सुविधाओं का भरपूर उपयोग नहीं हो रहा है.
लोग सिर्फ लाइसेंस लेने में इसकी मदद ले रहे हैं, जबकि श्रमाधान पोर्टल से रिटर्न फाइल करने की भी व्यवस्था है. इसका उपयोग अबतक किसी ने नहीं किया है. कार्यशाला में सभी प्रकार के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान बैंक खाता के माध्यम से सुनिश्चित करने व सरकार के स्वच्छता ही सेवा अभियान में शामिल होने की अपील की गयी. सरकार के नियम के अनुसार वेतन का भुगतान बैंक खाता या चेक के माध्यम से ही करना है.
कई कारखानों में स्थायी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान बैंक खातों से तो होता है, लेकिन अस्थायी कर्मचारियों के वेतन के भुगतान में इसका पालन नहीं किया जाता है. कार्यक्रम में कारखाना निरीक्षक विनीत सिंह, श्रम अधीक्षक राकेश सिन्हा, अरविंद कुमार, दिंगबर महतो, एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल, संतोष खेतान, एसएन ठाकुर, सुधीर सिंह समेत उद्यमी किलोल कमानी, पिनकेश महेश्वरी, रतनलाल अग्रवाल, अजीत कुमार, विनय सिंह व अशोक अग्रवाल आदि उपस्थित थे.
पोर्टल के उपयोग से मिलेगी रैंकिंग
कार्यशाला में उद्यमियों को जानकारी दी गयी कि विगत दो वर्षों से झारखंड की रैंकिंग इज ऑफ डूइंग बिजनेस में नंबर वन रहा है. श्रम विभाग से जुड़े हुए 28 सुधारों को सफलतापूर्वक लागू किये जाने से राज्य को यह स्थान मिला. इस वर्ष विश्व बैंक द्वारा इसकी रैंकिंग नियोजकों द्वारा इन ऑनलाइन सुविधाओं के इस्तेमाल के दौरान किये गये अनुभव के आधार पर उनके फीडबैक पर किया जायेगा.